Zaheer Khan: T20 वर्ल्ड कप के लिए अब 6 महीने से भी कम समय रह गया है. अमेरिका और वेस्टइंडीज की मेजबानी में यह टूर्नामेंट 1 जून से 29 जून तक खेला जाएगा. टूर्नामेंट में भारत के कौन-कौन से युवा प्लेयर्स जगह बना पाएंगे, इस पर सभी की नजरें हैं. ऐसे में भारत के दिग्गज तेज गेंदबाज रहे जहीर खान (Zaheer Khan) ने वर्ल्ड कप में भारत के एक्स फैक्टर गेंदबाज का नाम बताया है. जहीर का मानना है कि अगर मोहम्मद शमी (Mohammed Shami) आगामी ICC टूर्नामेंट का हिस्सा बनते हैं तो वह भारत के लिए एक्स फैक्टर की भूमिका निभा सकते हैं.
वर्ल्ड कप टीम के लिए चुने ये चार तेज गेंदबाजजहीर खान ने आगामी वर्ल्ड कप के लिए मोहम्मद शमी को भी अपने गेंदबाजी लाइनअप में चुना है. इस पूर्व भारतीय तेज गेंदबाज ने अपने पहले तीन तेज गेंदबाजों के रूप में जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद सिराज और अर्शदीप सिंह को चुना. जहीर ने कहा, ‘मुझे लगता है कि आप निश्चित रूप से (जसप्रीत) बुमराह और (मोहम्मद) सिराज को स्क्वॉड में देखेंगे. उसके बाद, अर्शदीप (सिंह), इनसे आपको गेंदबाजी में थोड़ा वैरिएशंस देखने को मिलेंगे, क्योंकि वह बाएं हाथ के गेंदबाज हैं. वह अच्छी यॉर्कर फेंकते हैं. इसलिए यह टीम को फायदा पहुंचा सकता है.’
शमी हो सकते हैं X-फैक्टर
जहीर को लगता है कि अगर शमी फिट और उपलब्ध हैं तो वह T20 वर्ल्ड कप में भारत के लिए एक एक्स-फैक्टर साबित हो सकते हैं. उनका यह भी कहना है कि टीम को टूर्नामेंट के दौरान चार तेज गेंदबाजों की जरूरत होगी. शमी को लेकर जहीर ने कहा, ‘मैं (मोहम्मद) शमी पर विश्वास करता हूं, क्योंकि अगर वह फिट और उपलब्ध हैं, तो वह वर्ल्ड कप के दौरान आपके लिए एक एक्स-फैक्टर साबित हो सकते हैं. इसलिए मैं इन चार पेसरों को चुनूंगा, क्योंकि चार पेसर टूर्नामेंट में निश्चित रूप से जाने चाहिए.’
ODI वर्ल्ड कप में मचाया था तहलका
बता दें कि मोहम्मद शमी ने पिछले साल हुए वनडे वर्ल्ड कप में गजब की गेंदबाजी करते हुए विपक्षी बल्लेबाजों की नाक में दम कर दी थी. वह टूर्नामेंट में सिर्फ 7 मैचों में 24 विकेट के साथ सबसे ज्यादा बल्लेबाजों का शिकार करने वाले गेंदबाज रहे. शमी का टूर्नामेंट में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन सेमीफाइनल में न्यूजीलैंड के खिलाफ 57 रन देकर 7 विकेट रहा. जो वर्ल्ड कप इतिहास में किसी भारतीय गेंदबाज द्वारा टॉप वनडे गेंदबाजी आंकड़े हैं. इसके साथ ही शमी वर्ल्ड कप इतिहास में सबसे तेज 50 विकेट तक पहुंचने वाला गेंदबाज भी बने थे. उन्होंने केवल 17 पारियों में यह मुकाम हासिल किया.