Ram navami 2024 Dat: कब है राम नवमी? किस दिन मनाया जाएगा भगवान राम का जन्मदिन? पंडित जी से जानें पूजा मुहूर्त

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Ram navami 2024 Dat: कब है राम नवमी? किस दिन मनाया जाएगा भगवान राम का जन्मदिन? पंडित जी से जानें पूजा मुहूर्त



हाइलाइट्सचैत्र शुक्ल नवमी तिथि 16 अप्रैल दिन मंगलवार को दोपहर 01 बजकर 23 मिनट से प्रारंभ होगी.राम नवमी के दिन पूजा का शुभ मुहूर्त दिन में 11 बजकर 03 मिनट से प्रारंभ होगा.नए साल 2024 में अयोध्या के राम मंदिर में प्रभु रामलला की प्राण प्रतिष्ठा 22 जनवरी को होगा. हर साल भगवान राम का जन्मदिन राम नवमी के दिन मनाया जाता है. त्रेतायुग में भगवान राम का जन्म चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को हुआ था. उनकी माता का नाम कौशल्या और पिता का नाम राजा दशरथ था. चैत्र शुक्ल नवमी को जन्म होने के कारण वह तिथि राम नवमी के नाम से प्रसिद्ध है. काशी के ज्योतिषाचार्य चक्रपाणि भट्ट से जानते हैं कि राम नवमी 204 कब है? राम नवमी की पूजा मुहूर्त क्या है? इस बार किस दिन मनाया जाएगा भगवान राम का जन्मदिन?

कब है राम नवमी 2024?

हिंदू कैलेंडर के अनुसार, इस साल चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि 16 अप्रैल दिन मंगलवार को दोपहर 01 बजकर 23 मिनट से प्रारंभ होगी. नवमी तिथि 17 जनवरी बुधवार को दोपहर 03 बजकर 14 मिनट तक मान्य रहेगी. ऐसे में उदयातिथि के आधार पर राम नवमी 17 अप्रैल बुधवार को मनाई जाएगी.

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राम नवमी 2024 मुहूर्त

17 अप्रैल बुधवार को राम नवमी के दिन पूजा का शुभ मुहूर्त दिन में 11 बजकर 03 मिनट से प्रारंभ होगा और दोपहर 01 बजकर 38 मिनट तक रहेगा. उस दिन आपको भगवान राम का जन्मदिन मनाने के लिए 2 घंटे 35 मिनट का शुभ समय प्राप्त होगा. यह राम नवमी का मध्याह्न मुहूर्त है. राम नवमी मध्याह्न का क्षण दोपहर 12 बजकर 21 मिनट पर है.

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रवि योग में मनेगी राम नवमी 2024

इस साल की राम नवमी के दिन रवि योग बन रहा है, जो पूरे दिन है. रवि योग को शुभ योग माना जाता है, जिसमें सूर्य का प्रभाव होता है और सभी प्रकार के दोष मिट जाते हैं. हालांकि उस दिन प्रात:काल से लेकर रात 11 बजकर 51 मिनट तक शूल योग रहेगा, उसके बाद से गंड योग लगेगा. वहीं अश्लेषा नक्षत्र प्रात:काल से लेकर पूर्ण रात्रि तक है.

राम नवमी का महत्व

भगवान विष्णु के अवतार प्रभु राम ने रावण का वध करने और मर्यादा का आदर्श स्थापित करने के लिए त्रेतायुग में नर रूप में जन्म लिया था. उनके साथ शेषनाग ने अनुज लक्ष्मण के रूप में जन्म लिया था. पौराणिक कथाओं के अनुसार, रावण ने जब ब्रह्म देव से अजेय होने का आशीर्वाद मांगा था तो उसने सभी जीवों का नाम लिया, लेकिन नर या मनुष्य का नाम लेना भूल गया. उस वरदान में ही उसकी मृत्यु का कारण छिपा था. राम नवमी के दिन व्रत रखकर भगवान राम की पूजा करने से मनोकामनाएं पूरी होती हैं. जीवन में सुख और शांति आती है.
.Tags: Ayodhya ram mandir, Dharma Aastha, Lord Ram, Ram NavamiFIRST PUBLISHED : January 17, 2024, 11:25 IST



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