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Why cancer patients are advised to eat mushrooms know the hidden properties of these delicious fungi | कैंसर मरीजों को क्यों दी जाती है मशरूम खाने की सलाह? जानिए इन स्वादिष्ट फंगस के छिपे गुण



कैंसर मरीजों को अक्सर अपनी डाइट में मशरूम शामिल करने की सलाह दी जाती है. हालांकि यह ध्यान रखना जरूरी है कि आहार अकेले ही कैंसर का इलाज नहीं कर सकता, लेकिन मशरूम में पाए जाने वाले कुछ तत्व रोगियों के लिए काफी फायदेमंद साबित हो सकते हैं.
सबसे बड़ी वजह मशरूम का इम्यूनोमॉड्यूलेटरी गुण है. इनमें मौजूद बीटा-ग्लूकन्स नामक पोलीसेकेराइड इम्यून सिस्टम को मजबूत करने में मदद करते हैं. कैंसर के उपचार (जैसे कीमोथेरेपी और रेडिएशन) शरीर की इम्यूनिटी को कमजोर कर सकते हैं. ऐसे में मशरूम का सेवन शरीर के नेचुरल सुरक्षा तंत्र को मजबूत करने में मददगार होता है.सूजन को कम करेलगातार सूजन का संबंध कैंसर से माना जाता है, जो बीमारी को बढ़ा सकता है. कुछ मशरूम (जैसे रीशि और माइटेक) में सूजन-रोधी गुण होते हैं. इनमें ट्राइटरपेनॉइड्स और पोलीसेकेराइड जैसे बायो-एक्टिव कंपाउंड पाए जाते हैं, जो शरीर में सूजन को कम करने में मदद कर सकते हैं. सूजन को कम करके मशरूम कैंसर के विकास के लिए कम अनुकूल वातावरण बना सकते हैं.
एंटीऑक्सीडेंट्स का खजानामशरूम एंटीऑक्सीडेंट्स, जैसे सेलेनियम, विटामिन सी और विभिन्न पॉलीफेनॉल्स से भरपूर होते हैं. एंटीऑक्सीडेंट्स फ्री रेडिकल्स को खत्म करते हैं, जो सेल्स को नुकसान पहुंचाकर कैंसर के विकास में योगदान दे सकते हैं. एंटीऑक्सीडेंट रक्षा प्रदान करके हेल्दी सेल्स को कैंसर उपचार या अन्य फैक्टर से होने वाले ऑक्सीडेटिव तनाव से बचाने में मदद करते हैं.
तनाव कम करने में मददरीशि और कॉर्डिसेप्स जैसे कुछ मशरूम को एडाप्टोजेन्स माना जाता है. एडाप्टोजेन्स तनाव को कम करने और शरीर में संतुलन बनाए रखने में मदद कर सकते हैं. कैंसर रोगी निदान और उपचार के शारीरिक और इमोशनल तनाव से जूझते हैं. ऐसे में उनकी डाइट में एडाप्टोजेनिक मशरूम शामिल करने से उनके पूरे स्वास्थ्य में सुधार हो सकता है.
ट्यूमर के विकास में बाधाएंजियोजेनेसिस एक प्रक्रिया है जिसके द्वारा नए ब्लड वेसेल्स बनते हैं और यह ट्यूमर के विकास और फैलाव में भूमिका निभाती है. शियाटके और माइटेक जैसे कुछ मशरूम पर एंजियोजेनेसिस को रोकने की उनकी क्षमता के लिए अध्ययन किया गया है. हालांकि और शोध की आवश्यकता है, लेकिन ये निष्कर्ष बताते हैं कि मशरूम में कुछ कंपाउंड ट्यूमर को खून की आपूर्ति में बाधा डाल सकते हैं, जिससे उनका विकास सीमित हो सकता है.
तो, कैंसर रोगियों के लिए मशरूम का सेवन उनके स्वास्थ्य के लिए कई तरह से फायदेमंद हो सकता है. हालांकि, यह ध्यान रखना जरूरी है कि मशरूम को डॉक्टर की सलाह के अनुसार ही आहार में शामिल करना चाहिए. साथ ही, कैंसर का उपचार केवल आहार पर निर्भर नहीं करता, बल्कि उचित मेडिकल केयर भी जरूरी है.



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