रिपोर्ट- रजत भट्टगोरखपुर. हाथ में हुनर और कला हो तो मिट्टी भी भगवान बन जाती है. हम बात कर रहे हैं ऐसे ही दो कलाकारों की जो मिट्टी को छूते हैं तो वो भी आकार ले लेती है और भगवान के रूप में ढल जाती है. मजेदार बात ये है कि दोनों कलाकार सगे भाई हैं. दोनों मिट्टी से भगवान की बेहद आकर्षक मूर्ति बनाते हैं. इनकी डिमांड दूर दूर तक है
गोरखपुर में दो ऐसे भाइयों की कहानी, जिन्होंने अपने हाथों को कला और कमाई का जरिया बना लिया है. इनके हाथों में इतनी कला है कि उससे ये खूबसूरत मूर्तियां तैयार करते हैं. इनकी डिमांड भी इतनी है कि अब तक हजारों मूर्तियां बना चुके हैं. अभी भी बहुत सारे ऑर्डर इनके पास हैं.
मानो बोल उठेंगे सियारामगोरखपुर के विकास भवन में लगी एक प्रदर्शनी में राम-सीता के साथ लक्ष्मण और बजरंगबली विराजमान हैं. इस मूर्ति वेद प्रकाश प्रजापति ने बनाया है. मूर्ति इतनी सुंदर है मानो बोल उठेगी. वेद बताते हैं कि वो और उनके भाई मिलकर मूर्ति बनाते हैं. इसे बनाने में उन्हें 4 दिन लगे. वेद को ये कला अपने पिता से विरासत में मिली और अब पूरा परिवार ये काम करता है.
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पूर्वज भी यही करते रहे हैंवेद कहते हैं यह एक खानदानी विरासत है जो उन्हें मिली. अब यही कला उनकी कमाई और परिवार की परवरिश का जरिया बन गयी है. प्रजापति बंधु सालभर मूर्ति बनाने का काम करते हैं. वो खासतौर से भगवान की मूर्ति ही बनाते हैं. अब तक मिट्टी को वो हजारों सुंदर मूर्तियों में ढाल चुके हैं. खास बात ये है कि भगवान की मूर्ति में ये काजू, बादाम, किशमिल और नारियल का भी उपयोग करते हैं. नवरात्रि और गणेशोत्सव या किसी भी हिंदू त्यौहार के समय डिमांड बहुत बढ़ जाती है और तब इन्हें सांस लेने की भी फुर्सत नहीं होती.
.Tags: Art and Culture, Gorakhpur news, Local18FIRST PUBLISHED : January 11, 2024, 16:25 IST
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