AB de Villiers Statement on India-South Africa Test Series: महान बल्लेबाज एबी डिविलयर्स(AB de Villiers) इस बात से खफा हैं कि हाल में भारत और साउथ अफ्रीका के बीच खत्म हुई टेस्ट सीरीज में केवल दो मैच ही खेले गए. इसके लिए उन्होंने दुनिया भर में धड़ल्ले से चल रही टी20 लीग को जिम्मेदार ठहराया. डिविलियर्स ने बड़ी सीरीज की वकालत करते हुए कहा कि अगर दुनिया की सर्वश्रेष्ठ टीम का पता करना है तो ‘कुछ तो बदलना होगा’. बता दें कि भारत और साउथ अफ्रीका(IND vs SA Test Series) के बीच खेली गई दो मैचों की टेस्ट सीरीज 1-1 से बराबरी पर खत्म हुई, जिसमें मेजबान टीम ने सेंचुरियन(Centurion Test) में शुरुआती टेस्ट को पारी और 32 रन से जीता, जबकि भारत ने पलटवार करते हुए केपटाउन(Capetown Test) में सात विकेट से दूसरा टेस्ट मैच जीता. यह मैच डेढ़ दिन में ही खत्म हो गया था.
सीरीज में होना चाहिए था तीसरा टेस्ट…
डिविलियर्स ने अपने यूट्यूब चैनल पर कहा, ‘मैं इससे खुश नहीं हूं कि सीरीज में तीसरा टेस्ट नहीं था. आपको इसके लिए टी20 क्रिकेट को जिम्मेदार ठहराना होगा जो दुनिया भर में खेला जा रहा है.’ उन्होंने आगे कहा, ‘मैं नहीं जानता कि किसे दोषी ठहराया जाए, लेकिन मैं समझता हूं कि कुछ तो गलत है. अगर आप सभी टीमों को कम्पीट करते हुए देखना चाहते हो और यह देखना चाहते हैं कि दुनिया में कौन सर्वश्रेष्ठ टीम है. तो कुछ तो बदलाव करना होगा.’
SA क्रिकेट बोर्ड ने नई टीम का किया ऐलान
बता दें कि साउथ अफ्रीका अब फरवरी में न्यूजीलैंड का दौरा करेगी. यहां दो टेस्ट मैच की सीरीज खेली जानी है, लेकिन जब क्रिकेट साउथ अफ्रीका ने इस सीरीज के लिए दूसरी टीम की घोषणा की तो कई दिग्गज हैरान हो गए. इसके पीछे की वजह टीम में ज्यादा मात्रा में ‘अनकैप्ड’ प्लेयर्स का शामिल होना है. नील ब्रांड इस दौरे पर टीम की कप्तानी करेंगे. इस सीरीज की तारीखें SA20 लीग के दूसरे सीजन से टकरा रही हैं. SA20 लीग 10 जनवरी से 10 फरवरी के बीच खेली जाएगी, जिसमें साउथ अफ्रीका के ज्यादातर खिलाड़ी खेल रहे हैं.
अधिक रकम वाले टूर्नामेंट्स में खेल रहे कोच-खिलाड़ी
डिविलियर्स को लगता है कि टेस्ट क्रिकेट दबाव में है. उन्होंने यही भी स्वीकार किया कि खिलाड़ी और कोच उन्हीं टूर्नामेंट को चुनेंगे, जिसमें अच्छी धनराशि मिल रही है. इस पर डिविलियर्स ने कहा, ‘इसने(टीम सिलेक्शन) दुनिया भर के क्रिकेट में हलचल मचा दी है और स्पष्ट कर दिया है कि टेस्ट क्रिकेट दबाव में है. यहां तक कि वनडे क्रिकेट भी, क्योंकि टी20 क्रिकेट के ज्यादा चाहने वाल हैं. डिविलयर्स ने कहा, ‘खिलाड़ी, बोर्ड और कोच उसी ओर झुकेंगे जहां ज्यादा पैसा होगी. आप उन्हें दोषी नहीं ठहरा सकते, क्योंकि वे अपने परिवार के साथ-साथ भविष्य के बारे में सोच रहे हैं.’
(एजेंसी इनपुट के साथ)