श्रीवास्तव अयोध्या/अयोध्या: प्रभु राम की नगरी अयोध्या में 500 वर्षों का संघर्ष राम भक्तों का साकार हो रहा है. चंद दिनों बाद प्रभु राम अपने भव्य महल में विराजमान होने वाले हैं. प्रभु राम के विराजमान होने की सभी तैयारियां युद्ध स्तर पर चल रही है. रामलला 22 जनवरी 2024 को दोपहर 12:20 पर मृग शिरा नक्षत्र में विराजमान होंगे. जहां देश के प्रधानमंत्री और काशी के सांसद नरेंद्र दामोदर दास मोदी यजमान की भूमिका में रामलला को विराजमान कर उनकी पहली आरती उतारेंगे. उस दरमियां काशी के वैदिक विद्वान राम लला की प्राण प्रतिष्ठा का अनुष्ठान करेंगे.
22 जनवरी को प्रभु राम अपने भव्य महल में विराजमान होंगे तो उसके पहले 17 जनवरी से ही रामलला के प्राण प्रतिष्ठा का अनुष्ठान शुरू हो जाएगा. भगवान राम की नगरी अयोध्या में काशी के विद्वान रामनगरी में प्राण प्रतिष्ठा की आहुति डालेंगे. जिसमें काशी के पंडित लक्ष्मीकांत दीक्षित मुख्य अर्चक होंगे. इतना ही नहीं लगभग डेढ़ सौ वैदिक विद्वान रामलला के प्राण प्रतिष्ठा का अनुष्ठान करेंगे.
रामलला के प्राण प्रतिष्ठा का अनुष्ठानबताया जाता है कि राम मंदिर में प्रभु राम का प्राण प्रतिष्ठा करने वाले मुख्य अर्शक पंडित लक्ष्मीकांत दीक्षित के पूर्वजों ने ही शिवाजी का राज्याभिषेक भी किया था. इतना ही नहीं आपको बताते चलें कि काशी के वैदिक विद्वान की परंपरा आदिकाल से चली आ रही है.यही वजह है कि अयोध्या में विराजमान होने वाले रामलला के प्राण प्रतिष्ठा का अनुष्ठान काशी के वैदिक विद्वान संपन्न कराएंगे.
राम के रंग में पूरी दुनिया रंगीन नज़र आएगीराजा राम की नगरी प्राण प्रतिष्ठा के लिए त्रेता युग की तरह सज और संवर रही है. इतना ही नहीं 22 जनवरी के पहले प्रभु राम की नगरी अपने राम के रंग में रंग जाएगी. उस दिन पूरे देश का वातावरण भी राममय नजर आएगा. मठ मंदिर पर भजन कीर्तन होंगे राम के रंग में पूरी दुनिया रंगीन नज़र आएगी.
.Tags: Ayodhya ram mandir, Hindi news, Local18, Religion 18FIRST PUBLISHED : December 11, 2023, 11:38 IST
Source link