लाजवाब है अम्मा की कचौड़ी, रात 9 बजे से शुरू होती है दुकान, स्वाद ऐसा कि ठंड में भी उमड़ती है भीड़

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लाजवाब है अम्मा की कचौड़ी, रात 9 बजे से शुरू होती है दुकान, स्वाद ऐसा कि ठंड में भी उमड़ती है भीड़



सिमरनजीत सिंह/शाहजहांपुर: वैसे तो मां के हाथों के खाने का स्वाद ही सबसे अलग होता है लेकिन अब हम आपको शाहजहांपुर की अम्मा के हाथों बनी कचौड़ी के स्वाद के बारे में बताएंगे जिसे सुनकर और देखकर आपके मुंह में पानी आ जाएगा. खास बात यह है कि अम्मा के हाथ से बनी कचौड़ी का स्वाद लेने के लिए लोग हर शाम को अम्मा का इंतजार भी करते हैं.

शहर के मोहल्ला मोहम्मद जई के मंडी क्षेत्र की रहने वाली बुजुर्ग महिला का नाम वैसे तो अंजू वर्मा है लेकिन शहर में लोग उन्हें कचौड़ी वाली अम्मा कह कर बुलाते हैं. अम्मा की वैसे तो अपनी कोई दुकान नहीं है लेकिन उनके घर के पास में ही एक दयालु दुकानदार है जो अपनी दुकान बंद करने के बाद उन्हें अपनी रसोई चलाने के लिए दुकान का चबूतरा दे देते हैं. जिसके एवज में वह उनसे एक भी पैसा नहीं लेते हैं. बस कभी कभार उनकी कचौड़ी का स्वाद ले लेते हैं. अम्मा की कचौड़ी की दुकान ठीक रात 9 बजे शुरू हो जाती है. कचौड़ी का स्वाद लेने के लिए लोग पहले से ही वहां पहुंच जाते हैं क्योंकि अम्मा के हाथों की बनी गरम-गरम कचौड़ी स्वाद में चार चांद लगा देती है. अम्मा कचौड़ी के एवज में किसी से पहले पैसा नहीं लेती है. लोग पूरी ईमानदारी से कचौड़ी खाने के बाद उसका भुगतान कर देते हैं.

पति की मौत के बाद भी हौंसला नहीं हारा

कचौड़ी वाली अम्मा यानी अंजू वर्मा के पति विनोद वर्मा की 7 साल पहले हार्ट अटैक से मौत हो गई थी. अम्मा के चार बच्चे हैं. जिनमें तीन बेटी और एक बेटा है. परिवार के सामने जब रोटी रोटी का संकट खड़ा हुआ तो अम्मा ने कचौड़ी बनाकर परिवार को संभाल लिया हालांकि इस दौरान उनके बेटे ने कचौड़ी बनाने में अपनी मां का पूरा हांथ बंटाया. कचौड़ी बेचकर ही अम्मा ने अपनी एक बेटी की शादी तक कर दी है. अम्मा का कहना है कि वह कचौड़ी बेचकर उतना ही कमाना चाहती हैं. जिससे उनके बच्चों का लालन-पालन हो सके. बुजुर्ग होते हुए भी उन्होंने हिम्मत नहीं हारी जिसकी सराहना उनके ग्राहक भी करते हैं.

7 रुपए 50 पैसे कीमत है कचौड़ी की

अम्मा कचौड़ी के स्वाद को बेहतर करने के लिए साथ में अपने हाथ से तैयार की हुई चटनी भी देती हैं. चटनी में धनिया, टमाटर, लहसुन और हरी मिर्च के साथ-साथ हाथों से तैयार किए हुए मसाले को कचौड़ी के स्वाद बढ़ाने के लिए इस्तेमाल करती हैं. अम्मा एक कचौड़ी के बदले 7 रुपए 50 पैसे लेती हैं. कचौड़ी के साथ सब्जी और चटनी भी देती हैं जिसका कोई पैसा नहीं लेती लेकिन स्वाद का पूरा मजा लेने के लिए लोग कम से कम अम्मा की चार कचौड़ी जरूर खाते हैं.
.Tags: Food, Food 18, Hindi news, Local18FIRST PUBLISHED : November 23, 2023, 15:22 IST



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