घर पर सगाई की चल रही थी तैयारी, अचानक आई बेटे के शहादत की खबर, मातम में बदली खुशियां

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घर पर सगाई की चल रही थी तैयारी, अचानक आई बेटे के शहादत की खबर, मातम में बदली खुशियां



हरिकांत शर्मा/आगरा: ‘मां तुम चिंता मत करना दिवाली के बाद जैसे ही छुट्टी मिलेगी मैं घर वापस आऊंगा, पिता और छोटे भाई का ध्यान रखना. अभी एक बड़े मिशन पर हूं, जैसे ही मिशन पूरा होगा मैं घर लौटूंगा’ यह शब्द शहीद शुभम गुप्ता के थे. जो उन्होंने दिवाली पर अपनी मां को वीडियो कॉल पर बोले थे. वह पिछले 6 महीने से घर नहीं आया था. 9 अक्टूबर को शुभम का बर्थडे था पिछली बार सब ने साथ मनाया था. मां से वादा किया था कि इस बार का बर्थडे साथ में नहीं मना पाऊंगा. मगर दिवाली के बाद घर आऊँगा. लेकिन शुभम अपनी मां को दिया हुआ वादा पूरा नहीं कर सका. फिर वह खबर आई जिसने सब की खुशियां छीन ली.

बुधवार सुबह ख़बर आई कि राजौरी में आतंकवादियों से लोहा लेते हुए आगरा का लाल वीर कमांडो कैप्टन शुभम गुप्ता शहीद हो गए. इस खबर को सुनते ही घर में चारों तरफ मातम पसर गया. मां के पैरों से जमीन खिसक गई और बेटे की शहादत की खबर सुनते ही बेसुध हो गई, तो वहीं पिता और भाई का रो-रो कर बुरा हाल है.जम्मू कश्मीर के राजौरी में बुधवार को सुबह आतंकवादियों के साथ हुई मुठभेड़ में सेना के दो कैप्टन समेत चार सैन्यकर्मी शहीद हो गए. इस घटना में मेजर समेत दो जवान घायल है.

सरहद पर शहीद हुए कैप्टन

शहीद होने वाले सैनिकों में आगरा के वीर कैप्टन शुभम गुप्ता भी शामिल है. उन्होंने अपने साथी अधिकारी सहित आतंकी ठिकाना बने एक कच्चे मकान में महिलाओं को बच्चों को बचाते हुए अपने प्राणों का बलिदान दे दिया. मुठभेड़ की जगह पर रात तक रुक-रुक कर गोलीबारी जारी रही थी. इस घटना में एक आतंकवादी के भी घायल होने की सूचना है. कैप्टन शुभम के पिता बसंत गुप्ता आगरा में जिला शासकीय अधिवक्ता (DGC) है.

अपने बेटे को दूल्हा बनते नहीं देख पाई मां

पिछली बार जब शुभम आगरा अपने घर आए थे तो उनके पिता उन्हें दीवानी अपने साथ लेकर आए थे. बेटा सेना में कैप्टन था. इस बात से ही पिता बसंत गुप्ता का सीना गर्व से चौड़ा रहता था. दिवाली पर शुभम की अपने छोटे भाई ऋषभ, मां और पिता से वीडियो कॉल पर बात हुई थी. शुभम ने अगले सप्ताह आने की बात कही थी. घर वाले बेसब्री से शुभम का इंतजार कर रहे थे. मां पुष्पा और पिता दोनों ही बेटे के सिर पर दूल्हे का सेहरा सजता हुआ देखना चाहते थे. घर में तैयारी भी शुरू हो गई थी. बस इंतजार था शुभम के घर लौटने का और उसके बाद शिवम की सगाई का कार्यक्रम होना था लेकिन सारी तैयारी की धरी रह गई. एक खबर ने मां-बाप के अरमानों पर पानी फेर दिया.

हमेशा पढ़ाई में अब्बल रहे शुभम गुप्ता

आगरा के थाना ताजगंज की बसाई चौकी क्षेत्र में स्थित प्रतीक एंक्लेव के रहने वाले शुभम गुप्ता शुरू से पढ़ाई में अब्बल रहे थे. उनके पिता बसंत गुप्ता DGC है.बसंत गुप्ता के दो बेटों में सबसे बड़े शुभम गुप्ता की शुरुआत की शिक्षा आगरा के सेंट जार्जेज कॉलेज से हुई. 12वीं की परीक्षा प्रथम श्रेणी से पास की. इसके बाद वह एनडीए की तैयारी करने में जुड़ गए. साल 2018 में उन्हें सेवा में कमीशन मिला.पहली तैनाती जम्मू कश्मीर ऊधमपुर में हुई. शुभम की शहादत की खबर सुनते ही आसपास के लोग और आगरा के जनप्रतिनिधि शोकाकुल परिवार के यहां इकट्ठे होने लगे. सूत्रों की माने तो सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ का मथुरा में कार्यक्रम है. इस दौरान वह बलिदानी कैप्टन शुभम गुप्ता के घर परिवार जनों से मिलने जा सकते हैं.
.Tags: Hindi news, Local18, Martyred Jawan, UP newsFIRST PUBLISHED : November 23, 2023, 16:06 IST



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