IND vs AUS T20 Series: वर्ल्ड कप फाइनल में हार के बाद अब टीम इंडिया की नजरें अब ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ होने वाली 5 मैचों की घरेलू टी20 सीरीज पर है. इसके लिए टीम इंडिया का ऐलान हो गया ही. सूर्यकुमार यादव इस सीरीज में टीम की कप्तानी करते नजर आएंगे. टीम इंडिया के गेंदबाजी कोच पारस म्हाम्ब्रे ने गेंदबाजों को चोट से बचाने के लिए एक मास्टर प्लान बताया है. उन्होंने जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद शमी को लेकर काफी विस्तार से इस बारे में बताया है.
चोट से ऐसे बच सकते हैं खिलाड़ी भारतीय टीम को इस साल दिसंबर से मार्च (2024) तक दक्षिण अफ्रीका और इंग्लैंड के खिलाफ सात टेस्ट मैच खेलने हैं. ऐसे में टीम के गेंदबाजी कोच पारस म्हाम्ब्रे ने कहा कि तेज गेंदबाजों को चोट से बचाये रखने के लिए उनके कार्यभार को अच्छे से प्रबंधित करना होगा. बता दें कि मोहम्मद शमी (सात मैच में 48.5 ओवर में 24 विकेट), जसप्रीत बुमराह (11 मैचों में 91.5 ओवर में 20 विकेट) और मोहम्मद सिराज (11 मैचों में 82.3 ओवर में 14 विकेट) ने रविवार को खत्म हुए वनडे वर्ल्ड कप में भारतीय गेंदबाजी की बागडोर संभाली थी. ये सभी गेंदबाज एशिया कप से ही टीम के नियमित सदस्य रहे हैं.
गेंदबाजी कोच ने कही ये बात
म्हाम्ब्रे ने विश्व कप के बाद यहां संवाददाताओं से कहा, ‘हमें बहुत सोच-समझ कर इन गेंदबाजों के कार्यभार का प्रबंधन करना होगा. इन लोगों ने काफी क्रिकेट खेला है, इसलिए हमें यह देखना होगा कि हम इसे कैसे कर सकते हैं.’ म्हाम्ब्रे का टीम के साथ आधिकारिक अनुबंध भी विश्व कप के साथ समाप्त हो गया था. उन्होंने कहा, ‘हमने इस मुद्दे पर अब तक चर्चा नहीं की है.’ बता दें कि भारतीय ड्रेसिंग रूम में पिछले दो साल में म्हाम्ब्रे की भूमिका काफी अहम रही है.
बुमराह की कमी खली
म्हाम्ब्रे ने कहा, ‘हमें काफी समय तक बुमराह की कमी खली, जब वह टीम में होते हैं तो आप देख सकते हैं कि उनकी मौजूदगी का कितना असर होता है.’ यह देखना दिलचस्प होगा कि बुमराह टेस्ट टीम के लिए तैयार है या नहीं. वह चोट से उबरने के बाद टी20 और वनडे टीम का हिस्सा रहे हैं. म्हाम्ब्रे युवा गेंदबाजों को लेकर भी उत्साहित हैं. उन्होंने कहा, ‘मुकेश (कुमार), प्रसिद्ध (कृष्णा), आवेश (खान) और कुलदीप (सेन) राष्ट्रीय टीम के दावेदार हैं.’
शमी की हुई तारीफ
गेंदबाजी कोच ने शुरुआती चार मैच नहीं खेलने के बावजूद शमी की विकेट लेने की क्षमता को अविश्वसनीय करार दिया. उन्होंने कहा, ‘वह (शमी) अविश्वसनीय रहे हैं. उन्हें जाहिर तौर पर शुरुआती मैचों में मौका नहीं मिला, लेकिन जिस तरह से उन्होंने वापसी की और पूरे टूर्नामेंट में गेंदबाजी की. वह अविश्वसनीय था.’ बता दें कि शमी टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज हैं. उन्होंने 7 मैच में 24 विकेट लिए.