कभी दोस्त से मांगकर पढ़ी किताबें, आज राष्ट्रपति स्वर्ण पदक से सम्मानित हुआ यह छात्र

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कभी दोस्त से मांगकर पढ़ी किताबें, आज राष्ट्रपति स्वर्ण पदक से सम्मानित हुआ यह छात्र



आदित्य कृष्ण/अमेठी: अगर आपमें कुछ कर गुजरने की चाहत है और अपना अलग मुकाम बनाना चाहते हैं तो आपका यह सपना जरूर पूरा होगा. आपने अपना काम सच्ची लगन, मेहनत व पूरी ईमानदारी से किया तो ईश्वर भी आपके सपने पूरे करने में लग जाते है. यह बातें अमेठी के तीन होनहार छात्रों पर बिल्कुल फिट बैठती है. इन्होंने कड़ी मेहनत और संघर्षों भरी जिंदगी बिताकर आज सफलता के किताब को हासिल किया है. आरजीपीटी संस्थान के इन तीन छात्र जिन्हें स्वर्ण पदक से आज नवाजा गया है.

जनपद अमेठी में पेट्रोलियम और रिसर्च के क्षेत्र के साथ कई क्षेत्रों में बेहतर काम करने वाले राजीव गांधी पेट्रोलियम प्रौद्योगिकी संस्थान के सप्तम दीक्षांत समारोह की शुरुआत की गई. इस कार्यक्रम में पद्म विभूषण आचार्य मनमोहन शर्मा मुख्य अतिथि के तौर पर शामिल हुए. आचार्य मनमोहन शर्मा ने कामयाबी हासिल करने वाले तीन छात्र जिसमें चिराग जैन, गौरव भाटिया के साथ संस्थान में सभी क्षेत्रों में बेहतर काम करने वाली अभिजीत आनंद को स्वर्ण पदक से नवाजा.

RGIPT में मिली उपाधि और स्वर्ण पदक

आपको बता दें कि प्रथम स्थान पर राष्ट्रपति स्वर्ण पदक से नवाजे गए चिराग जैन को राष्ट्रपति स्वर्ण पदक से नवाजा गया. वहीं उत्कृष्ट काम के लिए डायरेक्ट स्वर्ण पदक से नवाजे गए गौरव भाटिया के साथ अभिजीत आनंद का सफर काफी संघर्षों भर रहा. आज इन्होंने अपने मेहनत और संघर्षों के बलबूते पर सफलता के कदम चूमे हैं.

दूसरों से मांग कर पढ़ी किताबें

राष्ट्रपति स्वर्ण पदक से नवाजे गए चिराग जैन ने कहा कि वह मैकेनिकल इंजीनियरिंग के छात्र हैं वह आज बहुत खुश हैं. उन्होंने अपने जीवन में बहुत सारे संघर्ष किया. दूसरों से किताबें मांग कर पढ़ी,कोचिंग के लिए भी पैसे नहीं हुआ करते थे तो उन्होंने पार्ट टाइम जॉब भी की और आज इसी सब का परिणाम है कि उन्होंने जिस मेहनत और लगन से अपनी पढ़ाई पर ध्यान दिया आज वह सफल हुए. इसके लिए वह बहुत खुश हैं. उन्होंने बताया कि मैकेनिक के क्षेत्र में वह बड़े पद पर जाना चाहते हैं और कुछ बेहतर करना चाहते हैं.

वैज्ञानिक बनना चाहते हैं गौरव भाटिया

वहीं निर्देशक स्वर्ण पदक से नवाजे गए गौरव भाटिया बताते हैं कि उनको पढ़ने लिखने और उनको सफल बनाने में उनके परिजनों के साथ-साथ संस्थान के प्रोफेसर का हाथ है. संस्थान के प्रोफेसर के साथ-साथ परिजनों ने खाली समय में बैठकर ढेर सारी जानकारियां दिया करते थे. निर्देशक स्वर्ण पदक से नवाजे गए वैज्ञानिक बनना चाहते हैं और वह देश के लिए कुछ करना चाहते हैं.

अन्य छात्र-छात्राओं को भी दी गई उपाधियां

इस पूरे कैंपस में दीक्षांत समारोह में करीब 193 छात्र-छात्राओं को मेडल और डिग्रियों से नवाजा गया. वर्ष 2023 में रासायनिक अभियंत्र की परीक्षा में प्रथम स्थान पाने वाले अभिजीत आनंद, रामेंद्र पांडे, प्रत्यूष आनंद, मानस ज्योति डेका,निलेश गुप्ता, स्वाति जैन के साथ मोहम्मद फहद मसूद खान को संस्थान की तरफ से स्वर्ण पदक दिया गया. इसके साथ इन्हें डिग्रियां भी दी गई इसके अलावा करीब 191 छात्राओं को डिग्रियों के साथ संस्थान की तरफ से मेडल देकर सम्मानित किया गया.
.Tags: Hindi news, Local18, Success Story, UP newsFIRST PUBLISHED : November 19, 2023, 09:48 IST



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