अंजली शर्मा/कन्नौज: कन्नौज के हजारों साल पुराने इत्र उद्योग अब और नई ऊंचाइयों को छूएगा. 9 देश के एक्सपर्ट कन्नौज के एफएफडीसी पहुंचे जहां पर उन्होंने कन्नौज के इत्र के बारे में जाना. एफएफडीसी वही जगह है जहां पर खुशबुओं पर प्रयोग किया जाता है. यहां के वैज्ञानिक लगातार नई-नई खुशबुओं पर शोध किया करते हैं. ऐसे में 9 देश के प्रशिक्षुओं में यहां पर सुगंधित पेड़ों से कैसे खुशबू निकाली और बनाई जाती है इसके बारे में जाना.
ऐसे में इन सभी देशों से भारत का व्यापारिक रिश्ता और मजबूत होने की संभावना अब और प्रबल हो गई जिसका माध्यम कन्नौज इत्र व्यापार बनने जा रहा है. कानपुर के आईआईटी में प्रोफेसर के द्वारा एक कार्यक्रम चलाया जा रहा है. जिस कड़ी में 9 देश के प्रशिक्षु सुगंध के बारे में जानने के लिए कन्नौज जिले आए थे. जिसमें यूरोप के 9 देशों में घाना, जॉर्डन, केनिया, मलेशिया, मालवी, मौरिशियस, निगेरिया, ज़ाम्बिया, इस्वतिनि के एक्सपर्ट प्रशिक्षु बनकर आये थे.
व्यापारिक रिश्ते मजबूत होंगेघाना देश से आए औफिल्स ओप्पोनग ने बताया कि उनको यहां की खूशबू बहुत पसंद आई. उन्होंने बड़ी बारीकी से यहां की एक एक खुश्बू की जानकारी ली. वह यह सब अपने देश मे अधिकारियो से इसकी बात करेंगे. जिससे कि भारत और घाना देश के व्यापारिक सम्बन्ध मजबूत हो और कन्नौज के इत्र की खुशबू घाना में भी महके.
क्या बोले एफएफडीसी के निदेशकएफएफडीसी के निदेशक डॉक्टर शक्ति विनय शुक्ला ने बताया कि यूरोप के 9 देश के प्रशिक्षु आज एफएफडीसी में सुगंध की जानकारी लेने के लिए आए थे. सभी को यहां के वैज्ञानिकों द्वारा जानकारी और कैसे कन्नौज में इत्र बनाया जाता है इसके बारे में प्रशिक्षण दिया गया. वहीं सभी लोग बहुत खुश दिखाई दिए. भविष्य में अगर इन सभी देशों के साथ कुछ अच्छा चल तो कन्नौज का इत्र जल्दी इन सभी देशों में महकेगा और भारत और इन सभी देशों के बीच व्यापारिक रिश्ते मजबूत होंगे.
.Tags: Kannauj news, Local18FIRST PUBLISHED : November 17, 2023, 21:37 IST
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