कानपुर. उत्तर प्रदेश के गोरखपुर (Gorakhpur) में कानपुर के व्यापारी मनीष गुप्ता की मौत मामले में (Manish Gupta Death Case) प्रदेश में सियासत गरमा गई है. आज गुरुवार को समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) अपने दो विधायकों इरफान सोलंकी और अमिताभ बाजपेई के साथ मृतक व्यापारी की पत्नी और परिजनों से मुलाकात करने कानपुर पहुंचे. यहां उन्होंने 20 मिनट तक परिजनों से बातचीत की. इस दौरान अखिलेश ने पीड़ित परिवार को हर संभव मदद देने का भरोसा दिया.
इस दौरान अखिलेश यादव ने पीड़ित परिवार को 20 लाख रुपये की मदद देने का आश्वासन दिया. वहीं घटना को लेकर अखिलेश ने मांग की कि हाईकोर्ट के सिटिंग जज की मॉनीटरिंग में मामले की जांच की जाए. अखिलेश ने इस दौरान यूपी सरकार पर कई गंभीर आरोप लगाए.
अखिलश ने सरकार पर मामले को दबाने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि जब तक योगी सरकार प्रदेश में रहेगी, तब तक हत्यायें होती रहेंगी. प्रदेश की कानून व्यवस्था ध्वस्त हो चुकी है. उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस ने होटल से सीसीटीवी और सभी साक्ष्य मिटाए. भारतीय जनता पार्टी के रहते न्याय की उम्मीद नहीं है. हाईकोर्ट के सिटिंग जज जब मॉनिटरिंग करेंगे, तभी पीड़ित को सही तौर पर इंसाफ मिल पाएगा.
सरकार दे 2 करोड़ का मुआवजा: अखिलेश
इस दौरान अखिलेश यादव ने मांग की कि मृतक मनीष गुप्ता की पढ़ी-लिखी पत्नी को 2 करोड़ का मुआवजा मिलना चाहिए. घर का कमाने वाला व्यक्ति चला गया. घर कैसे चलेगा? यह चिंता का विषय है. सरकार दो करोड़ की मदद दे तो सही मायने में परिवार की मदद हो सकेगी. अखिलेश ने इस दौरान खुद 20 लाख रुपये की मदद की घोषणा की.
पीड़ित परिवार को सांत्वना देने पहुंचे अखिलेश यादव
UP: अखिलेश यादव गुरुवार को कानपुर में मनीष गुप्ता के घर पहुंचे. यहां पीड़ित परिवार को 20 लाख की मदद का ऐलान किया.
अखिलेश यादव ने आगे कहा कि पुलिस जब बूथ लूटेगी तो न्याय क्या दिलाएगी? उन्होंने एसपी और डीएम पर आरोप लगाते हुए कहा कि डीएम और एसपी सस्पेंड होने चाहिए. परिवार की सुरक्षा होनी चाहिए. उन्नाव और गोरखपुर में भी इस तरह की घटनाएं पुलिस द्वारा की गई हैं. मेरी जानकारी में है.
‘…तो मनीष गुप्ता जिंदा होता’
अखिलेश ने कहा कि पुलिस रक्षा नहीं कर रही, लोगों की जान ले रही है. योगी सरकार में ऐसी घटनाएं लगातार हो रही हैं. अगर पूर्व में दोषी पुलिस वालों के खिलाफ कार्रवाई हुई होती तो मनीष गुप्ता जिंदा होता.
इसी तरह पुष्पेंद्र की पुलिस ने झांसी में जान ले ली थी. उत्तर प्रदेश के तमाम ऐसी घटनाएं जिसकी सूचना मिलती रहती है. भारतीय जनता पार्टी की सरकार में उत्पीड़न होता रहा है. पुलिस की जिम्मेदारी थी रक्षा करने की, उसी पुलिस ने जान ले ली.
अखिलेश ने कहा कि कानून व्यवस्था को लेकर सरकार की नीयत साफ नहीं है. ठोको, ठोको, ठोको के कारण आम जनता को भी इस प्रकार के व्यवहार का सामना करना पड़ रहा है.पढ़ें Hindi News ऑनलाइन और देखें Live TV News18 हिंदी की वेबसाइट पर. जानिए देश-विदेश और अपने प्रदेश, बॉलीवुड, खेल जगत, बिज़नेस से जुड़ी News in Hindi.
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