अभिषेक जायसवाल/वाराणसी: सनातन धर्म में कार्तिक मास का विशेष महत्व है. इस महीने में भगवान विष्णु के पूजन का विधान है. कार्तिक महीने के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि को कार्तिक पूर्णिमा के नाम से जाना जाता है. इस दिन काशी में देव दीपावली का उत्सव मनाया जाता है. इसके अलावा इस पूर्णिमा पर स्नान और दान का भी विशेष महत्व हैं. धार्मिक मान्यता है कि इस दिन स्वर्गलोक से देवता पृथ्वी लोक पर आते है और इस उत्सव को मनाते है.
काशी के ज्योतिषाचार्य स्वामी कन्हैया महाराज ने कहा कि इस बार कार्तिक पूर्णिमा 27 नवम्बर को है. इस दिन ही स्नान,दान,अनुष्ठान का विशेष महत्व है. इस दिन दीपदान का भी खासा महत्व है. आइये जानते है कार्तिक पूर्णिमा पर क्या क्या करना चाहिए.
ये 4 काम करें जरूर:-
सूर्योदय से पहले करें स्नान: कार्तिक पूर्णिमा के दिन ब्रह्म मुहूर्त में पवित्र नदी में स्नान करना चाहिए. धार्मिक मान्यता है कि इस दिन पवित्र नदी में स्नान से सभी पाप कट जाते हैं.
जरूर दें दान: कार्तिक पूर्णिमा पर सिर्फ गंगा स्नान ही नहीं बल्कि दान का भी विशेष महत्व है. इस दिन स्नान के बाद जरूरतमंदों को अन्न का दान जरूर करना चाहिए. इस दिन चावल,तिल और गुड़ के दान का विशेष फल मिलता है.इससे पितृ दोष से भी मुक्ति मिलती है.
भगवान सूर्य को दें अर्ध्य: इस दिन भगवान सूर्य को भी अर्ध्य देने का विशेष फल मिलता है. इससे यश और कीर्ति की प्राप्ति होती हैं.
दीपदान करें: इस दिन सुबह स्नान दान के बाद शाम को गंगा या किसी पवित्र नदी के किनारे दीपदान भी जरूर करना चाहिए. इससे घर में सुख शांति और समृद्धि बनी रहती है.
(नोट:यह खबर धार्मिक मान्यताओं और ज्योतिषशास्त्र पर आधारित है.News 18 इसके सत्यता की पुष्टि नहीं करता है.)
.Tags: Local18, Religion 18, Uttar pradesh news, Varanasi newsFIRST PUBLISHED : November 15, 2023, 19:45 IST
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