comedian johnny levers son jessey lever was suffered from throat cancer know its symptoms and stages samp | जानलेवा बीमारी के कारण बीच में ही छूट गई थी Johnny Lever के बेटे की पढ़ाई, शरीर में दिखने लगते हैं ऐसे लक्षण

admin

Share



बीमारी के मारे, ये सितारे/सुरेंद्र अग्रवाल: कॉमेडियन जॉनी लीवर का बेटा भी उन स्टार किड की रेस में शामिल है, जो बॉलीवुड में अपने माता-पिता की तरह पहचान बनाना चाहते हैं. लेकिन इस आर्टिकल में हम आपको जॉनी लीवर के बेटे जेस्सी लीवर की उस बीमारी के बारे में बता रहे हैं, जिसके कारण उनकी पढ़ाई बीच में ही छूट गई थी. दरअसल, 12 साल की उम्र में जेस्सी लीवर को गले का कैंसर हो गया था. जिसके कारण उन्होंने 12वीं करने के बाद पढ़ाई बीच में ही छोड़ दी थी. लेकिन बाद में बहन जैमी और पिता जॉनी के समझाने के बाद मास्टर डिग्री हासिल की.
Throat cancer: गले का कैंसर क्या है?जब शरीर की कोशिकाएं असामान्य तरीके से बढ़ने लगती हैं, तो ट्यूमर का रूप ले लेती हैं. जब इनका विकास असंतुलित हो जाता है, तो कैंसर बन जाता है. जब सांस की नली, थायरॉइड ग्लैंड और gullet में कैंसरीकृत ट्यूमर बनता है, तो उसे गले का कैंसर कहा जाता है.
‘बीमारी के मारे, ये सितारे’ सीरीज के सभी आर्टिकल पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें…
Symptoms of throat cancer: गले का कैंसर के मुख्य लक्षणहेल्थलाइन के मुताबिक, गले का कैंसर होने से निम्नलिखित लक्षण दिख सकते हैं. जैसे-
आवाज में बदलाव
कुछ निगलने में परेशानी आना
अचानक वजन घटना
गले में सूजन
बार-बार गला साफ करने की जरूरत महसूस होना
लगातार खांसी
खांसी के साथ खून आना
गले की लिंफ नोड्स में सूजन
सांस लेने के साथ आवाज आना
कान में दर्द, आदि
Causes of throat cancer: गले का कैंसर क्यों होता है?हेल्थलाइन के अनुसार, गले का कैंसर होने का खतरा निम्नलिखित चीजों के कारण बढ़ सकता है. जैसे-
धूम्रपान करना
अत्यधिक मात्रा में शराब पीना
फल और सब्जियों का कम मात्रा में सेवन
गुटखा, तंबाकू का सेवन
अत्यधिक शारीरिक वजन
एचपीवी वायरस के कारण
ओरल हाइजीन का ध्यान ना रखने पर, आदि
ये भी पढ़ें: बीमारी के मारे, ये सितारे: इस गंभीर बीमारी का इलाज करवाने जर्मनी गए थे Anil Kapoor, इस खूबसूरत गाने से बताई अपनी फीलिंग
Stages of Throat Cancer: गले के कैंसर की स्टेजहेल्थलाइन के मुताबिक, गले के कैंसर की निम्नलिखित स्टेज हो सकती हैं. जैसे-स्टेज 0- गले के प्रभावित हिस्से की सबसे ऊपरी परत की कोशिकाएं प्रभावित होती हैं.स्टेज 1- गले के प्रभावित हिस्से तक ट्यूमर सीमित रहता है.स्टेज 2- आसपास के एरिया तक ट्यूमर पहुंच जाता है.स्टेज 3- गले के दूसरे हिस्सों या एक लिंफ नोड तक कैंसर पहुंच जाता है.स्टेज 4- गले के दोनों लिंफ नोड्स और दूर के अंगों तक ट्यूमर पहुंच जाता है.
यहां दी गई जानकारी किसी भी चिकित्सीय सलाह का विकल्प नहीं है. यह सिर्फ शिक्षित करने के उद्देश्य से दी जा रही है.



Source link