How To Reduce Cholesterol Level: जब आपकी बॉडी में कोलेस्ट्रॉल का लेवल ( बहुत ज्यादा बढ़ जाता है तो हार्ट अटैक और स्ट्रोक जैसी जानलेवा बीमारियों का भी खतरा बढ़ जाता है. शरीर में बैड कोलेस्ट्रॉल के बढ़ने से आर्टरीज में फैट जमा हो जाते हैं, जिससे ब्लड सर्कुलेशन में दिक्कतें आनी शुरू हो जाती हैं. इसलिए अगर कभी आपने गौर किया हो तो आप आसानी से समझ सकेंगे कि जैसे ही क्लिनिकल जांच में कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ा हुआ पाया जाता है. डॉक्टर तुरंत ही डेली डाइट में परहेज करने की सलाह देने लगते हैं.
अखरोट खाने से कम होगा बैड कोलेस्ट्रॉलहालांकि एक स्टडी में ऐसा पता चला है कि अखरोट (Walnuts) का सेवन करने से कोलेस्ट्रॉल का लेवल कम हो जाता है. ‘द जर्नल ऑफ न्यूट्रिशन’ में छपी एक रिसर्च के मुताबिक यूनिवर्सिटी ऑफ जॉर्जिया के कॉलेज ऑफ फैमिली एंड कंज्यूमर साइंसेज (FACS) के रिसर्चर्स द्वारा किए गए अध्ययन में कार्डियोवास्कुलर (हार्ट और धमनियों से जुड़ी) बीमारियों के रिस्क वाले लोगों को 8 हफ्ते तक अखरोट खाने को दिया गया. इसके बाद उनके टोटल कोलेस्ट्रॉल, ट्राइग्लिसराइड्स (Triglycerides) और लो-डेंसिटी लिपोप्रोटीन (LDL) या बैड कोलेस्ट्रॉल (Bad Cholesterol) के लेवल में जबरदस्त कमी देखी गई.
इस उम्र के लोगों पर हुई रिसर्च
इस रिसर्च के लिए 30 से 75 साल के 52 ऐसे लोगों को चुना गया, जिन्हें कार्डियोवास्कुलर डिजीज का काफी रिस्क था. इन्हें तीन ग्रुप्स में बांटा गया. एक ग्रुप के लोगों को रोजाना खाने में 68 ग्राम अखरोट यानी करीब 470 कैलोरी दी गई. वहीं दूसरे ग्रुप को लोगों को अखरोट की जगह उतनी ही कैलोरी वाला अन्य पदार्थ दिया गया. वहीं तीसरा कंट्रोल ग्रुप था, जिन्हें अखरोट नहीं दिया गया. इसके 8 सप्ताह बाद इन लोगों को हाई फैट वाला खाना दिया गया, ताकि उनके ब्लड लिपिड और ग्लूकोज या शुगर की मात्रा में बदलाव को परखा जा सके. दो ग्रुप में फास्टिंग ब्लड लिपिड में एक जैसा सुधार देखा गया, जबकि अखरोट खाने वाले ग्रुप के लोगों में पोस्ट मील ट्राइग्लिसराइड का लेवल कम पाया गया.
अखरोट का क्या असर पड़ा?
रिसर्चर्स ने पाया कि जिन लोगों को अखरोट खाने को दिया गया, उनके टोटल कोलेस्ट्रॉल में 5 फीसदी और एलडीएल में 6 से 9 फीसदी तक की कमी आई. रिसर्चर्स ने यह अध्ययन कोलेस्ट्रॉल कम करने के लिए सुझाए जाने वाली 51 एक्सरसाइज के व्यापक विश्लेषण करके दिया. जिनमें टोटल कोलेस्ट्रॉल में एक फीसदी और एलडीएल में 5 फीसदी की कमी आई थी.
Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.