सर्वेश श्रीवास्तव/अयोध्या: हिंदू धर्म में एकादशी व्रत का विशेष महत्व है. साल के प्रत्येक महीने में दो एकादशी व्रत होते हैं. हर एकादशी के दिन भगवान विष्णु की विधि विधान पूर्वक पूजा आराधना की जाती है. सभी एकादशी व्रत में रमा एकादशी भी महत्वपूर्ण है. हिंदू पंचांग के मुताबिक हर वर्ष कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि को रमा एकादशी का व्रत रखा जाता है.
अयोध्या के ज्योतिष पंडित कल्कि राम बताते हैं कि हर वर्ष कार्तिक माह की कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि को रमा एकादशी का व्रत रखा जाता है. इस वर्ष एकादशी तिथि की शुरुआत 8 नवंबर सुबह 8:23 से प्रारंभ होकर 9 नवंबर सुबह 10:41 पर समाप्त होगी. हालांकि, उदया तिथि के मुताबिक एकादशी का व्रत 9 नवंबर को रखा जाएगा, जबकि पारण का समय 10 नवंबर की सुबह 6:29 से लेकर 8:50 तक रहेगा.
ऐसे करें रमा एकादशी पर पूजारमा एकादशी के दिन ब्रह्म मुहूर्त में उठकर स्नान ध्यान करना चाहिए. व्रत का संकल्प लेना चाहिए उसके बाद भगवान विष्णु की विधि विधान पूर्वक पूजा आराधना करनी चाहिए. भगवान विष्णु को पुष्प अर्पित करना चाहिए. इसके बाद विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ करना चाहिए. इसके अलावा आप इस दिन पीला वस्त्र धारण करके गरीब असहाय लोगों की मदद करनी चाहिए.
रमा एकादशी के व्रत का महत्वधार्मिक ग्रंथों के मुताबिक जो भी जातक रमा एकादशी का व्रत रखता है, उसे भगवान विष्णु जल्द प्रसन्न होते हैं. उस व्यक्ति को बैकुंठ की प्राप्त होती है. साथ ही इस व्रत को करने से सभी तरह के पाप से भी मुक्ति मिलती है. इसके अलावा माता लक्ष्मी काफी प्रसन्न होती हैं और परिवार पर कृपा रहती है.
(NOTE: इस खबर में दी गई सभी जानकारियां और तथ्य मान्यताओं के आधार पर हैं. NEWS18 LOCAL किसी भी तथ्य की पुष्टि नहीं करता है.)
.Tags: Ayodhya News, Local18, Rama ekadashi, Religion 18FIRST PUBLISHED : November 8, 2023, 20:25 IST
Source link