मजदूरी से बढ़िया बकरी पालन, इन मजदूरों ने किया कमाल, अब हो रही लाखों में कमाई

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मजदूरी से बढ़िया बकरी पालन, इन मजदूरों ने किया कमाल, अब हो रही लाखों में कमाई



सत्यम कटियार/फर्रुखाबाद: जरूरी नहीं कारोबार करने के लिए कड़ी मेहनत और लाखों रुपए ही लगाए जाएं. पुश्तैनी कार्य को आगे बढ़ा करके भी अच्छा मुनाफा अर्जित किया जा सकता है. ऐसा ही उदाहरण उत्तर प्रदेश के फर्रुखाबाद के बीबीपुर निवासी महावीर पाल ने पेश किया है. महावीर पाल ने कहा  कि घर में बकरी पालन का कार्य पिछले पांच पीढ़ियों से होता आ रहा है. शुरुआत में उनके घर पर 20 बकरियां थी लेकिन अब उनके यहां पर 100 बकरियां का कारोबार हो गया है. जिससे आज वो अच्छा मुनाफा कमा रहे हैं.कमालगंज विकासखंड क्षेत्र के बीबीपुर गांव में पशुपालन होता है. यहां के लोग जिलेभर में अच्छी किस्म की बकरियां के कारोबार के लिए जाने जाते हैं. महावीर पाल इस समय 100 बकरियों को पाल रहे. प्रतिदिन उनके यहां दूध की बिक्री होती है जिससे इनकी आय भी हो गई है दोगुनी. अब एक तरफ जैविक उर्वरक मिलती है तो दूसरी ओर बकरी के बच्चे को बेचकर भी करते हैं अच्छी खासी कमाई. यहां के ग्रामीण बकरी पालन से महीने में 60 से 70 हजार मुनाफा कमा रहें हैं. वहीं इसके साथ-साथ खेती भी कर रहा है.दूसरों को कर रहे बकरी पालन के लिए प्रेरितमहावीर पाल आगे कहा कि हम खेती के साथ ही बकरी पालन का काम करते हैं. बकरी पालन हमारा पार्ट टाइम जॉब है. यहां के ग्रामीण सुबह बकरियों को ले जाकर खाली पड़े भूमि पर घास और पेड़, पत्ते बकरियों को खिलाते हैं. इसमें प्रतिदिन 6 से 7 घंटा देते हैं और मुनाफा भी बेहतर हो जाता है. महावीर का कहना है कि गरीब आदमी के लिए बकरी पालन बहुत फायदेमंद साबित हो सकता है. क्योंकि यह बिजनेस कम पैसे में शुरू किया जा सकता है. साथ ही, बकरी बेचने से भी अच्छा मुनाफा होता है.ग्रामीणों के लिए है फायदे का सौदावहीं बकरी पालन से मिलने वाली जैविक उर्वरक जो की 10 से 12 प्रति किलो बिक जाता है. रोज 300 से 400 रुपया इससे भी निकल जाता है. महावीर पाल अभी सौ बकरियों को पाल रहे है. बकरी का बच्चा जो 2 से 3 हजार रूपए का आसानी से बिक जाता है वही इन दिनों में दूध भी अत्यधिक मिलता और बिक्री हो जाता हैं. महावीर पाल बकरी पालन से अच्छी खासी कमाई कर रहे हैं. प्रातः सुबह होते ही आसपास के क्षेत्र से लोग बकरी का दूध खरीदने के लिए उनके पास पहुंच जाते हैं जिससे उनके यहां हाथों-हाथ ही दूध की बिक्री हो जाती है..FIRST PUBLISHED : November 4, 2023, 23:13 IST



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