Sachin Tendulkar Video: भारत के महान बल्लेबाज मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर को क्रिकेट का भगवान क्यों कहा जाता है वो आज एक वीडियो से साबित हो गया है. सोशल मीडिया पर सचिन तेंदुलकर का एक वीडियो दुनिया भर के क्रिकेट फैंस बहुत पसंद कर रहे हैं. दरअसल, बुधवार को मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर के स्टेच्यू के अनावरण का इवेंट था. इस खास इवेंट में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणनवीस, तेंदुलकर, बीसीसीआई सचिव जय शाह, कोषाध्यक्ष आशीष शेलार के साथ-साथ मुंबई क्रिकेट संघ (MCA) के अधिकारी, अध्यक्ष अमोल काले, सचिव अजिंक्य नाईक और टॉप काउंसिल के अन्य सदस्य शामिल थे.
सचिन तेंदुलकर के इस वीडियो ने जीता पूरी दुनिया का दिल
भारत के दिग्गज बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर जब बुधवार 1 नवंबर को मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में अपने अद्भुत स्टैच्यू के अनावरण के मौके पर पहुंचे तो उन्हें देखकर फैंस का जमावड़ा लग गया. सचिन तेंदुलकर ने इस दौरान अपने एक जेस्चर से पूरी दुनिया का दिल जीत का लिया. भारत के महान बल्लेबाज मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर जब मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में पहुंचे तो वह अपने एक खास दिव्यांग फैन से मिले और उसे ऑटोग्राफ दिया. फिर क्या था.. सचिन तेंदुलकर का ये वीडियो तेजी से सोशल मीडिया पर बड़ी सुर्खियों में आ गया. सचिन तेंदुलकर को क्रिकेट का भगवान क्यों कहा जाता है वो इस एक वीडियो ने साबित कर दिया.
(@ANI) November 1, 2023
हर कोई कर रहा सचिन की तारीफ
सचिन तेंदुलकर की सोशल मीडिया पर उनके इस बेहतरीन जेस्चर के लिए हर कोई तारीफ कर रहा है. बता दें कि मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में सचिन तेंदुलकर के अद्भुत स्टैच्यू से बुधवार 1 नवंबर को पर्दा उठाया गया. सचिन तेंदुलकर का अद्भुत स्टैच्यू वानखेड़े स्टेडियम में सचिन तेंदुलकर स्टैंड के पास एमसीए (महाराष्ट्र क्रिकेट एसोसिएशन) द्वारा स्थापित किया गया और आज इसका अनावरण किया गया. यह प्रतिमा उनके जीवन के 50 वर्षों को समर्पित है. महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर को इस स्टेच्यू में शॉट खेलने की मुद्रा में दिखाया गया है और यह मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में सचिन तेंदुलकर स्टैंड के करीब लगा है. इस प्रतिमा को राज्य के अहमदनगर के चित्रकार-मूर्तिकार प्रमोद कांबले ने बनाया है.
वानखेड़े से जुड़ी सचिन की पुरानी याद
मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर ने अपने अद्भुत स्टेच्यू के अनावरण के मौके पर कहा, ‘मुझे खुशी हुई जब एमसीए ने मुझसे कहा कि आपका एक स्टेच्यू वानखेड़े में लगाया जाएगा. मैं इसके लिए बहुत विनम्र महसूस कर रहा हूं. वानखेड़े की मेरी पहली यात्रा 1983 में हुई थी. वेस्टइंडीज की टीम वानखेड़े में खेल रही थी, हमारे पास केवल 24 टिकट थे और हम 25 बच्चे थे, उन्होंने मुझे तब छुपाया और वे ऐसा करने में कामयाब रहे.’