हो गया साइंटिफिक कंफर्म, रोजाना चलें सिर्फ इतने कदम, समय से पहले छू भी नहीं पाएगी मौत, बीमारियां भी डर कर भागेंगी

admin

हो गया साइंटिफिक कंफर्म, रोजाना चलें सिर्फ इतने कदम, समय से पहले छू भी नहीं पाएगी मौत, बीमारियां भी डर कर भागेंगी



हाइलाइट्सजो लोग कम व्यायाम करते हैं, उनके लिए लगभग 500 का प्रत्येक अतिरिक्त कदम उनके स्वास्थ्य में और सुधार कर सकता है.धीरे-धीरे चलने की तुलना में तेज गति से चलने का अतिरिक्त लाभ मिलता है.How to Stop Premature Death: हर इंसान की मौत तय है. पर यह कब आ जाए, कोई नहीं जानता. इंसान अगर पूरी उम्र जीकर इस दुनिया से विदा ले तो यह सबके लिए अच्छा है. पर अगर समय से पहले चला जाए तो अपने परिवार में दुखों का पहाड़ छोड़ जाता है. हर कोई चाहता है कि वह इस दुनिया को तभी अलविदा कहे जब वह इसे पूरी तरह जी लें. लेकिन इसका कोई फॉर्मूला है? कई सालों से वैज्ञानिक इस गुत्थी को सुलझाने में लगे हैं. हाल ही के दिनों में इसे लेकर कई रिसर्च हुई हैं. कुछ में दावा किया गया कि रोजाना 10 हजार कदम समय से पहले मौत के जोखिम से बचाएगा. पर अब एक नई साइंटिफिक रिसर्च में दावा किया जा रहा है कि 10 हजार कदम नहीं बल्कि 8 हजार कदम ही पर्याप्त है.

10 हजार कदम का वैज्ञानिक आधार नहीं

साइंसडेली की एक रिपोर्ट ने इंटरनेशनल स्टडी का हवाला देते हुए कहा कि 8 हजार कदम समय पूर्व मौत के जोखिम से बचने के लिए पर्याप्त है. अधिकतम लोगों को 8 हजार कदम से ही लाभ मिलेगा. रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि पहले की रिसर्च में 10 हजार कदम चलने की बात का कोई वैज्ञानिक आधार नहीं है. अध्ययन में कहा गया कि धीरे-धीरे चलने की तुलना में तेज चलना अपेक्षाकृत बेहतर है. आप जितनी तेजी से चलेंगे, समय पूर् मौत का जोखिम उतना ही कम होगा. यह अध्ययन स्पेन में ग्रेनाडा यूनिवर्सिडैड के नेतृत्व में किया गया है. इसमें नीदरलैंड और अमेरिका के शोधकर्ता भी शामिल थे. इस अंतरराष्ट्रीय अध्ययन ने वैज्ञानिक रूप से निर्धारित किया कि प्रत्येक दिन कितने कदम उठाने की आवश्यकता है जिससे मौत का जोखिम कम हो सके. संबंधित पेपर अमेरिकन कॉलेज ऑफ कार्डियोलॉजी के जर्नल में प्रकाशित किया गया है. अध्ययन में कहा गया कि रोजाना 10 हजार कदम चलने संबंधी आइडिया पहली बार 1960 के आसापस जापान से आया लेकिन इसका कोई वैज्ञानिक आधार नहीं है.

चलने की स्पीड का बहुत अधिक महत्व

शोधकर्ताओं ने कहा कि अगर हम हार्ट संबंधी बीमारियों से होने वाली मौत के जोखिम को कम करने पर ध्यान दें तो यह 7000 कदम ही पर्याप्त है. अगर हम ऑवरऑल हेल्थ की बात करें तो यह 800 कदम पर्याप्त है. शोधकर्ताओं ने 1.1 लाख से अधिक प्रतिभागियों को शामिल करते हुए 12 अंतर्राष्ट्रीय अध्ययनों के डेटा का विश्लेषण किया. रिसर्च के मुताबिक प्रतिदिन लगभग आठ हजार कदम चलने से शीघ्र मृत्यु का जोखिम काफी हद तक कम हो सकता है. इसमें एक कदम की माप पुरुषों के लिए 76 सेंटीमीटर निर्धारित किया गया जबकि महिलाओं के लिए 67 सेंटीमीटर रखा गया. हालांकि आप कितनी स्पीड से चल रहे हैं, यह काफी मायने रखता है. धीरे-धीरे चलने की तुलना में तेज गति से चलने का अतिरिक्त लाभ मिलता है. अध्ययन के मुताबिक हर दिन आपके द्वारा उठाए जाने वाले कदमों की संख्या में थोड़ी सी वृद्धि करने से उल्लेखनीय लाभ हो सकते हैं. उदाहरण के लिए, जो लोग कम व्यायाम करते हैं, उनके लिए लगभग 500 का प्रत्येक अतिरिक्त कदम उनके स्वास्थ्य में और सुधार कर सकता है.

इसे भी पढ़ें-सर्दी में डायबिटीज मरीज करें इन 5 चीजों का सेवन, कड़ाके की ठंड में भी हर खतरे से रहेंगे महफूज, शुगर पर लगेगा ब्रेक

इसे भी पढ़ें-बच्चों की पूरी शैतानी का रंग उतर गया है दीवारों पर? 3 आसान टिप्स से छुड़ाएं पेंसिल और क्रेयॉन्स का कलर
.Tags: Health, Health tips, LifestyleFIRST PUBLISHED : October 30, 2023, 01:41 IST



Source link