यूपी के इस शहर में आत्मनिर्भर बन रही महिलाएं, रोजाना हो रही इतनी कमाई, जानें कैसे

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यूपी के इस शहर में आत्मनिर्भर बन रही महिलाएं, रोजाना हो रही इतनी कमाई, जानें कैसे



आदित्य कृष्ण/अमेठी. यूपी का अमेठी जिला महिला सशक्तिकरण का मिसाल बन रहा है. यहां पर महिलाएं घर की दहलीज से लांघने में कोई संकोच नहीं कर रही हैं और घर परिवार की जिम्मेदारी संभालने के साथ-साथ यहां पर महिलाएं रोजगार के माध्यम से भी जुड़ी हैं. अमेठी जिले में सैकड़ो ऐसी महिलाएं हैं जो रोजगार से अपनी पहचान न सिर्फ जनपद तक की सीमित रख रही हैं बल्कि प्रदेश के अलग-अलग जिलों और शहरों में उनकी पहचान है.

सरकार महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए विभिन्न योजना चला रही है. स्वयं सहायता समूह के जरिए महिलाओं को रोजगार व स्वरोजगार योजना द्वारा भी आत्मनिर्भर बनाया जा रहा है. गौरीगंज तहसील के टिकरिया गांव में महिलाओं का समूह है. महिलाओं का समूह दैनिक दिनचर्या में उपयोग होने वाली चप्पल का निर्माण कार्य करता है. प्रतिदिन सैकड़ो की संख्या में तैयार होने वाली चप्पलों की बिक्री दुकानों के साथ-साथ प्रदर्शनी और गांव-गांव जाकर की जातीहै. इस काम से महिलाओं को काफी फायदा होता है इसके साथ ही खास बात यह है कि महिलाएं घर बैठे ही रोजगार से जुड़ी हुई है.

ऑनलाइन होती है बिक्रीगौरीगंज तहसील के टिकरिया गांव में संचालित होने वाला यह समूह पिछले 5 वर्षों से कम कर रहा है. एक दिन में महिलाएं 400 से 500 तक चप्पलों को तैयार करती हैं. इसके साथ ही चप्पल में लगने वाली पट्टे रबर बद्दी की खरीदारी करने की बजाय महिलाएं ट्यूब से वह बद्दी तैयार करती हैं. इसके साथ ही महिलाओं द्वारा चप्पल तैयार करने के बाद उसकी अलग-अलग रंगों में पेंटिंग कर उसे सुखाया जाता है फिर उसे बाजार तक पहुंचाया जाता है.

हर रोज 3 हजार की कमाईखास बात यह है की महिलाएं घर की जिम्मेदारी संभालने के साथ-साथ अपने परिवार में आर्थिक कमी का भी सहारा बन रही है. महिलाएं इस समूह के जरिए प्रतिदिन एक दिन में दो से 3 हज़ार की कमाई करती हैं. यानी महीने भर में महिलाएं लाखों रुपए की कमाई इस व्यवसाय से करती हैं और इस काम से इन्हें काफी फायदा होता है.

महिलाएं बन रहीं आत्मनिर्भरमहिला कुसुम देवी बताती हैं कि हम सब के काम के बाद खाली पड़े समय को बिताने का सबसे अच्छा तरीका है. हम सब अपने घर का काम निपटाना के बाद पहले बैठे रहते थे. जब पैसों की जरूरत होती थी तो हमें दूसरों के आगे हाथ फैलाने के लिए मजबूर होना पड़ता था लेकिन आज इस समूह के जरिए हमें एक नई राह मिली है और हम घर का काम संभालने के साथ-साथ अपने बच्चों की अच्छी परवरिश कर पा रहे हैं. अपना घर खर्च इसी रोजगार चला पा रहे हैं ये बहुत ही अच्छी पहल है और वैसे भी महिलाओं को रोजगार से जोड़ना सबसे ज्यादा आवश्यक है.
.Tags: Amethi news, Local18, Uttar pradesh newsFIRST PUBLISHED : October 25, 2023, 22:45 IST



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