डेंगू एक गंभीर वायरल बीमारी है जो हर साल भारत में बड़ी संख्या में लोगों को प्रभावित करती है. जब डेंगू का प्रकोप होता है, तो लोग इस खतरनाक बीमारी से बचने के लिए घरेलू उपचार खोजने का प्रयास करते हैं. इंटरनेट पर डेंगू के इलाज के संबंध में कई दावे किए गए हैं, लेकिन क्या इन दावों का कोई वैज्ञानिक आधार है और क्या साक्षर है, इसका पता लगाने का प्रयास हम इस लेख में करेंगे.
आपको बता दें कि डेंगू का कोई विशेष इलाज नहीं है. लक्षणों के इलाज पर ध्यान केंद्रित किया जाता है. दर्द को नियंत्रित करने के लिए अक्सर एसिटामिनोफेन (पैरासिटामोल) का उपयोग किया जाता है. इबुप्रोफेन और एस्पिरिन जैसी नॉन-स्टेरायडल एंटी इंफ्लेमेटरी दवाओं से परहेज किया जाता है क्योंकि वे ब्लीडिंग के जोखिम को बढ़ा सकते हैं. पपीते के पत्तों से डेंगू के लक्षणों को कम किया जा सकता है. पपीते के पत्तों में कई ऐसे गुण होते हैं, जो डेंगू के लक्षणों को कम कने में मदद करते हैं. इनमें शामिल हैं
प्लेटलेट बढ़ानापपीते के पत्तों में पापैन नामक एंजाइम होता है जो प्लेटलेट को बढ़ाने में मदद करता है. डेंगू से पीड़ित मरीजों में प्लेटलेट काउंट कम हो जाता है, जिससे उन्हें खून बहने का खतरा बढ़ जाता है.
इम्यूनिटी बढ़ानापपीते के पत्तों में एंटीऑक्सीडेंट होते हैं जो इम्यूनिटी को बढ़ाने में मदद करते हैं. मजबूत इम्यूनिटी डेंगू के संक्रमण से लड़ने में मदद करती है.
दर्द और बुखार कम करनापपीते के पत्तों में एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटीपायरेटिक गुण होते हैं जो दर्द और बुखार को कम करने में मदद करते हैं.
कैसे करें पपीते के पत्तों का इस्तेमाल?पपीते के पत्तों से डेंगू का इलाज करने के लिए, पत्तों को धोकर और पीसकर इसका रस निकाला जाता है. इस रस को दिन में दो बार (सुबह और शाम) एक चम्मच से लिया जाता है.
पपीते का जूस कैसे बनाएं?- पपीते के पत्तों को धोकर अच्छी तरह से सुखा लें.- एक कढ़ाई में पानी डालकर उबाल लें.- उबलते पानी में पपीते के पत्ते डालकर 10 मिनट तक उबालें.- पत्तों को छान लें और रस को एक गिलास में निकाल लें.- इस रस को दिन में दो बार (सुबह और शाम) एक चम्मच से लें.
Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.