इस खिलाड़ी के जज्बे को सलाम…थैलेसीमिया से हैं पीड़ित, फिर भी नहीं मानी हार, जीता सिल्वर मेडल

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इस खिलाड़ी के जज्बे को सलाम...थैलेसीमिया से हैं पीड़ित, फिर भी नहीं मानी हार, जीता सिल्वर मेडल



पीयूष शर्मा/मुरादाबाद. वाक़िफ़ कहां ज़माना हमारी उड़ान से, वो और थे जो हार गए आसमान से, ‘यह शायरी यूपी के मुरादाबाद के रहने वाले कुणाल पर पूरी तरह बैठती है, जो थैलेसीमिया बीमारी से ग्रसित होने के बावजूद भी हार नहीं मानते और वह टेबल टेनिस में लगातार जीत हासिल कर अपने परिवार के साथ-साथ अपने जिले का नाम रोशन कर रहे हैं. कुणाल को थैलेसीमिया से पीड़ित होने के बावजूद उनके हाथों और पैरों में टेड़ापन है, लेकिन वे टेबल टेनिस के एक स्टार हैं. कुणाल का सामरिक इस्पर्श बचपन से ही थैलेसीमिया मेजर बीमारी से पीड़ित है. उन्हें हर 15 दिन में ब्लड की जरूरत होती है. कुणाल के हौसलों और जज्बों को सभी सराहते हैं.

मुरादाबाद के कुणाल अरोड़ा ने एक बार फिर मुरादाबाद का नाम रोशन किया. उन्होंने थाईलैंड ओपन पैरा टेबल टेनिस चैंपियनशिप की मिक्स डबल प्रतियोगिता में सिल्वर मेडल जीता. यह प्रतियोगिता 24 अगस्त से 27 अगस्त को आयोजित की गई थी. कुणाल थैलेसीमिया से पीड़ित है, लेकिन सिल्वर मेडल जीतकर लौटने पर खिलाड़ियों ने उनके उत्साह की प्रशंसा की.

सिल्वर पदक किया हासिल

कुणाल ने ओपन पैरा टेबल टेनिस चैंपियनशिप की मिक्स डबल प्रतियोगिता में अपने साथी प्रूथवी जैदेव बारवे के साथ खेलते हुए सिल्वर पदक जीता. पहले राउंड में उन्होंने थाईलैंड के पुनपो और चायानन की टीम को 3-2 से हराया. क्वार्टर फाइनल में, उन्होंने ब्राजील के संतोष और एलाइन की जोड़ी को 3-1 से हराकर सेमीफाइनल में प्रवेश किया. थाईलैंड के चेरितसट और पेफमोया को 3-2 से हराकर फाइनल में पहुंचे. फाइनल में हारकर, सिल्वर पदक प्राप्त किया. इससे पहले, कुणाल को सिंगल्स और मेन्स डबल में हार का सामना करना पड़ा.

माता-पिता को दिया जीत का श्रेय

उन्होंने बताया कि इस साल अलग-अलग प्रतियोगिताओं में चार अंतरराष्ट्रीय पदक हासिल किए हैं, जिसमें एक स्वर्ण पदक, दो सिल्वर पदक और एक कांस्य पदक शामिल हैं. कुणाल अरोड़ा ने अपनी जीत का श्रेय अपने पिता यशपाल अरोड़ा और माता सोनिया अरोड़ा को भी दिया.
.Tags: Local18, Moradabad News, Sports news, UP newsFIRST PUBLISHED : September 23, 2023, 12:16 IST



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