आदित्य कृष्ण/अमेठी. घर की चहारदीवारी मैं कैद रहने के बजाय आज महिलाएं भी रोजगार कर रही है. इन्हीं महिलाओं में से एक है रेनू सिंह ने. जिन्होंने जीवन मेंसंघर्ष कर अपने परिवार का भरण पोषण करने की ठानी है. महिला रेनू सिंह की रेनू सिंह ने अपनी मेहनत से अपनी परेशान जिंदगी को खुशहाल बना लिया. रेनू सिंह की सफलता में उनके पति ने भी उनका साथ दिया.
कैंटीन चलाकर अच्छा खासा मुनाफा कमाने वाली रेनू सिंह अमेठी जिले के गौरीगंज तहसील के संकरावा गांव की रहने वाली हैं. इनके पति योगेन्द्र सिंह खेती किसानीका कामकरते हैं. रेनू सिंहने घर परिवार की जिम्मेदारी समझनें के साथ चार पैसों की आमदनी के लिए अपनी बुद्धिमत्ता के जरिए अपने पति के साथ मिलकर अपने सफलता के दरवाजे खोल दिए.
करीब 3 वर्षों पहले रेनू सिंह ने आजीविका मिशन की सलाह पर प्रेरणा कैंटीन की शुरूआत की जिले के विकास भवन परिसर के साथ जिला अस्पताल और अन्य तीन जगहों पर की. कैंटीन में रेनू सिंह दूध, ब्रेड, समोसे, पकोड़े, छोले भटूरे, दाल-चावल, रोटी-सब्जी और छोले पूरी तैयार करती हैं. इसके अलावा उनकी दुकान पर अन्य खाद्य सामग्री मिलती है. इस कैंटीन से रेनू सिंह को अच्छा खासा फायदा होता है और विकास भवन में कर्मचारियों के साथ हजारों की संख्या में आने जाने वाले स्थानीय लोग भी की रेनू सिंह के कैंटीन पर मिलने वाले खाने और नाश्ते के स्वाद चखने के आदी हो गए हैं.
पति ने हर मुसीबत पर दिया साथ
अक्सर देखने को मिलता है की महिलाओं को चार दीवारी के अंदर ही कैद हो का रहना पड़ता है और उन्हें बाहर निकलने के इजाजत नहीं होती लेकिन रेनू सिंह के साथ ऐसा नहीं हुआ. रेनू सिंह के पती योगेश सिंह ने इनकी लगन देखते हुए इनका भरपूर साथ दिया और रेनू सिंह के साथ मिलकर कैंटीन चलाने इनकी मदद करते हैं.
प्रेरणा कैंटीन बनी जीवन का सहारा
रेनू सिंह ने बताया कि उनके पास कोई रोजगार नहीं था. पहले जब रोजगार नहीं था तो दूसरे के यहां मेहनत मजदूरी करनी पड़ती थी लेकिन आज इस व्यवसाय से हमको अच्छा खासा मुनाफा हो रहा है. हम अपने परिवार का भी पूरा ख्याल रखते हैं और इसी व्यवसाय से अपनी सभी जरूरते पूरी करते हैं.
.Tags: Amethi news, Local18, UP newsFIRST PUBLISHED : September 20, 2023, 00:05 IST
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