संजय यादव/बाराबंकी. आमतौर पर जिस जमीन पर किसानों की लागत भी बड़ी मुश्किल से लौटती है. आज वैसी ही एक जमीन पर लाखों रुपए की कमाई हो रही है. यह सब कर दिखाया है विदेश से नौकरी छोड़कर गांव लौटे एक युवक खिसाल बारी किदवई ने. कहते हैं एक भारतीय के मन में अपने देश का मोह और गांव की छांव की हूक रहती ही है. शायद यही वजह है कि सऊदी अरब और दुबई में लाखों रुपए के पैकेज की जॉब छोड़कर वह अपने गांव लौट आए.
खिसाल बारी ने यहां कच्चे तालाब में अति सघन विधि से मछली पालन शुरू किया. वियतनाम मॉडल से मछली पालन करते हैं. इस तकनीक से मछली पालन करके खिसाल को कम क्षेत्र में ज्यादा उत्पाद और बंपर मुनाफा मिलता है. बाराबंकी जिले के गांव बांसा में इनका मछली फार्म है. खिसाल मछली उत्पादन से सालाना लाखों रुपए की कमाई करके दूसरों के लिए भी मिसाल बन गए हैं.
मछली पालन को बनाया व्यवसायबाराबंकी जिले में मछली पालन का व्यवसाय तेजी से बढ़ रहा है. बहुत से ऐसे लोग हैं जो इस क्षेत्र में कुछ नया कर रहे हैं. ऐसे ही एक मछली पालक खिसाल बारी किदवई भी हैं. बाराबंकी में मसौली थाना क्षेत्र के गांव बांसा के रहने वाले खिसाल बारी ने दिल लगाकर पढ़ाई की और राजस्थान में पहली नौकरी से अपने करियर की शुरुआत की. उसके बाद वह सऊदी अरब और दुबई तक नौकरी करने गए. वहां वह लाखों रुपए महीने की कमाई कर रहे थे. लेकिन उन्होंने विदेश की शानदार नौकरी छोड़कर अपने भविष्य की नई दिशा भी तय की.
वियतनामी मॉडल से मछली पालनखिसाल बारी ने 2015 में मछली पालन शुरू किया और उसको अपनी योग्यता से विस्तार देने लगे. यही कारण है कि महज सात-आठ साल में अपने छोटे से काम को बड़ा रूप दे डाला. आज वह अपने इस व्यवसाय से सालाना 25 लाख रुपए तक की कमाई कर रहे हैं. यही कारण है कि उनकी लगन और मेहनत की मत्स्य पालन जगत में चर्चा होने लगी है और आज वह उन तमाम युवाओं के लिए मिसाल भी बन गए हैं. जो कुछ नया करने की चाह रखते हैं. खिसाल बारी ने नई तकनीक का इस्तेमाल किया और कच्चे तालाब में अति सघन विधि से मछली पालन किया. काफी मेहनत करने के बाद खिसाल बारी को इसमें सफलता मिली. उन्हें कम क्षेत्र में ज्यादा उत्पादन मिला.
हो रही है अच्छी आमदनीखिसाल बारी ने बताया कि वह विदेश से लौटकर अपनी पुश्तैनी जमीन में तालाब बनाकर मछली पालन कर रहे हैं. कई मछली पालन करने वाले लोग 60 से 65 एकड़ जमीन में तालाब बनाकर मछली पालन करते हैं, लेकिन वह अपनी 2 बीघा जमीन पर ही मछली पालन कर उससे कहीं अधिक कामयाबी हासिल कर चुके हैं. वह आज लाखों रुपए का मुनाफा कमा रहे हैं.
.Tags: Barabanki News, Local18, Uttar Pradesh News HindiFIRST PUBLISHED : September 16, 2023, 21:37 IST
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