संजय यादव/बाराबंकी. बाराबंकी में जैदपुर के मीनापुर गांव के रहने वाले युवा किसान धीरज वर्मा ने स्नातक करने के बाद नौकरी के पीछे भागने के बजाय पुश्तैनी काम खेती को जीवन का उद्देश्य बनाया. पहले टमाटर और केला की अच्छी खेती शुरू की. इसके बाद आधुनिक खेती की ओर कदम बढ़ाया. मध्य प्रदेश से प्रशिक्षण लेने के बाद अब धीरज ने हाइड्रोपोनिक विधि से खेती शुरू की है. इस तकनीकी से वह बिना मिट्टी के स्ट्रॉबेरी उगा रहे हैं.इस नई तकनीकी से वह तीन हजार वर्ग फीट में 9 लाख की आमदनी कर रहे हैं. आपको बता दें कि बाराबंकी जिले में इस विधि से खेती करने वाले धीरज अकेले किसान हैं. वह बिना मिट्टी के सिर्फ पानी के जरिये ही शानदार स्ट्रॉबेरी उगा रहे हैं. इस विधि में खरपतवार नहीं लगता. साथ ही बाहर से कीट नहीं आते और रासायनिक दवाओं का इस्तेमाल नहीं करना पड़ता है.गर्मी में स्ट्रॉबेरी की खेतीयुवा किसान धीरज वर्मा ने बताया कि वैसे तो स्ट्रॉबेरी की खेती जाड़े के मौसम में की जाती है. ये इजराइल देश की तकनीक है. इसी के माध्यम से हमने 30 से 40 डिग्री तापमान में स्ट्रॉबेरी की खेती की है. इसकी हम नॉर्मल खेती अगर हम खेत मे करते है तो उससे एक महीना पहले इस फसल को पहले ले सकते हैं. इस समय इस फसल में फूल आने शुरू हो गए हैं. एक महीने बाद इसमें फसल तैयार हो जाएगी.5 साल तक नहीं होता कोई खर्चाकिसान ने बताया कि इसकी खेती के लिए हमने तीन हजार स्क्वायर फीट में स्टेचर लगाया है. जिसमें हमें 12 लाख रुपये खर्च किए है. इसमें करीब 9 हजार पौधे लगाए गए हैं. एक पौधे में करीब एक किलो फल देने की छमता होती है .ये तीन महीने की फसल मे करीब 9 से 10 लख रुपए की आय आराम से हो जायेगी. इस फसल के बाद इसमें हम दोबारा कोई भी फसल लगा सकते हैं. यह जो हाइड्रोपोनिक है यह खराब नहीं होता. इसमें एक बार पैसा लगता है फिर पांच सालों तक इसमें कोई पैसा नहीं लगता. इसलिए हम अपने किसान भाइयों से कहना चाहते हैं कि इस तरह की नई तकनीक अपनाएं और फल व सब्जियों की खेती करके अपनी आए दुगनी करें..FIRST PUBLISHED : September 07, 2023, 18:06 IST
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