रामलला के दरबार में… मचेगी कृष्ण जन्म की धूम, अयोध्या के 8000 मठ-मंदिरों भी तैयारी

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रामलला के दरबार में... मचेगी कृष्ण जन्म की धूम, अयोध्या के 8000 मठ-मंदिरों भी तैयारी



सर्वेश श्रीवास्तव/ अयोध्या. जग में सुंदर हैं दो नाम चाहे कृष्ण कहो या राम… मथुरा में भले ही लड्डू गोपाल का जन्म हुआ हो, लेकिन धर्मनगरी अयोध्या में उनके जन्मोत्सव की भी धूम रहती है. श्रीकृष्ण जन्मोत्सव पर रामनगरी भी गुलजार है. अयोध्या के लगभग 8000 मठ मंदिरों में भगवान कृष्ण के जन्मोत्सव मनाए जाने की तैयारी पूरी कर ली गई है. वहीं, राम जन्मभूमि के परिसर में भी धूमधाम से कृष्ण जन्मोत्सव मनाया जाएगा.

रामलला के दरबार को फूलों से सजाया गया है. श्रीराम की नगरी में आज कृष्ण जन्माष्टमी मनाई जाएगी. अयोध्या के मठ मंदिरों में जन्माष्टमी को लेकर विविध तैयारी है. राम मंदिर के परिसर में रात 12:00 बजे पट खोले जाएंगे. कृष्ण जन्माष्टमी को लेकर भगवान को नवीन पीले रंग के वस्त्र धारण कराए जाएंगे. भगवान का पंचामृत से स्नान कराकर इत्र का लेप लगाया जाएगा और शंखनाद के साथ आरती उतार कर भगवान कृष्ण का जन्मोत्सव मनाया जाएगा.

विविध प्रकार के भोग लगाए जाएंगेरामलला के परिसर में कृष्ण जन्मोत्सव मनाने के लिए 1 कुंतल 51 किलो पंजीरी, सूखे मेवा, 21 किलो पेड़ा, 21 किलो फल और फलाहार का भोग लगाया जाएगा. भगवान रामलला मंदिर के कपाट रात्रि 12:00 बजे कृष्ण जन्मोत्सव के लिए खोले जाएंगे. इस दौरान जन्मभूमि परिसर में मौजूद ट्रस्ट के सदस्यों के अलावा सुरक्षा में तैनात सुरक्षा बल जन्मोत्सव में शामिल होंगे और जन्मोत्सव का प्रसाद अगले दिन आने वाले राम भक्तों में वितरित किया जाएगा.

अयोध्या में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी की धूमभगवान रामलला के ठाठ में जाने के बाद हर उत्सव त्योहार धूमधाम से मनाया जाता है. 60 वर्षों से रामलला के जन्मोत्सव और कृष्ण जन्मोत्सव के लिए प्रसाद बनाने वाले कारीगर सीताराम बताते हैं कि भगवान के प्रसाद के लिए एक-एक समान उच्चतम क्वालिटी का खरीद के आया है. उसको शुद्ध देसी घी में भूनकर के एक कुंटल 51 किलो पंजीरी जिसमें तीन तरह की पंजीरी शामिल है. इसके अलावा सूखा मेवा, किशमिश और 21 किलो पेड़ा भी भगवान के प्रसाद में शामिल है. भगवान के स्नान के लिए 51 किलो पंचामृत बनाने का निर्माण कार्य पूरा कर लिया गया है.

इतने बजे कान्हा के दर्शन के लिए खुलेंगे कपाटरामलाल के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास बताते हैं कि जिस प्रकार से रामलला का जन्मोत्सव मनाया जाता है उसी प्रकार से कृष्ण जन्मोत्सव भी मनाया जाएगा. भगवान राम का जन्मोत्सव जहां 12:00 बजे दिन में मनाया जाता है तो वही भगवान कृष्ण का जन्मोत्सव रात्रि 12:00 बजे मनाया जाता है. आज रात्रि 12:00 बजे भगवान भगवान श्री कृष्ण का जन्मोत्सव रामलला के दरबार में धूमधाम से मनाया जाएगा. विविध प्रकार के भोग लगाए जाएंगे, रात्रि 12:00 बजे जन्मोत्सव के दरमियान पट खोला जाएगा.
.Tags: Ayodhya News, Janmashtami, Local18FIRST PUBLISHED : September 07, 2023, 17:17 IST



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