विशाल झा/गाजियाबादः गजियाबाद के बालूपुरा में रहने वाली फौजिया ने जिले का मान बढ़ाया है. फौजिया ने अपने पहले ही प्रयास में उत्तर प्रदेश जुडीशियल सर्विस परीक्षा 2022 में 76वीं रैंक हासिल की है. फौजिया ने सफलता का श्रेय पिता सिकंदर को दिया है.
शुरू से ही फौजिया को पढ़ना-लिखना काफी पसंद था. फौजिया ने अपनी स्कूलिंग ठाकुरद्वारा बालिका विद्यालय से पूरी की. कक्षा दसवीं में उन्हें 9.8 सीजीपीए मिली थी और कक्षा 12वीं में 90.6% अंक थे.
2021 में एलएलबी के बाद ही फौजिया ने ज्यूडीशियल परीक्षा की तैयारी शुरू कर दी थी. इसके लिए लगभग 1 वर्ष तक कोचिंग ली और उसके बाद 2022 में परीक्षा में खुद को आजमाया.
परिवारिक स्थिति के कारण उनके पिता सिकंदर पढ़ नहीं पाए. सिकंदर ने News 18 Local को बताया कि उनको काफी ज्यादा खुशी महसूस हो रही है. क्योंकि अब तक उनकी पहचान नौंवी फेल दिव्यांग के रूप में थी. लेकिन अब उनकी बेटी के जज बनने के बाद वह समाज में सर उठाकर चल सकेंगे.
नौकरी के साथ पढ़ना चुनौतीहालांकि फौजिया के लिए उनके पिता का दिव्यांग या फिर 9th फेल होना कमजोरी नहीं बल्कि हिम्मत बनी. फौजिया ने बताया कि उनके पिता ने विपरीत परिस्थितियों के बावजूद भी पढ़ाई में कभी कोई कमी नहीं होने दी और हमेशा मेरा उत्साह बढ़ाया. ज्यूडीशियल सर्विस परीक्षा के लिए फौजिया 14-14 घंटे पढ़ाई किया करती थी. इसके अलावा अमेजॉन के लिए वर्क फ्रॉम होम भी फौजिया करती थी. सुबह सबसे पहले उठकर पुस्तकालय जाकर रोजाना फौजिया प्रैक्टिस करती थी.
छात्रों के लिए संदेशफौजिया ने कहा कि सभी स्टूडेंट्स का अपना अलग स्टडी पैटर्न होता है. इसलिए किसी की नकल नहीं करनी चाहिए. लेकिन जब भी आप पढ़ने के लिए बैठ रहे हैं तो पूरा ध्यान केंद्रित करके आपको अपनी पढ़ाई करनी चाहिए. यह जरूरी नहीं है कि आप सारी परीक्षाएं पहले ही प्रयास में निकाल लें इसलिए खुद को डिमोटिवेट ना करें.
.Tags: Ghaziabad News, Local18, UP news, Womens Success StoryFIRST PUBLISHED : September 07, 2023, 15:23 IST
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