कृष्ण गोपाल द्विवेदी/बस्ती.उत्तर प्रदेश की योगी सरकार प्रदेश की में स्वास्थ्य व्यवस्था को लेकर बहुत गंभीर है उसी का नतीज़ा है की योगी सरकार द्वारा हर जिले में मेडिकल कॉलेज खोला जा रहा है. जिससे प्रदेश की जनता को त्वरित और बेहतर इलाज की सुविधा मिल सके. उसी क्रम में ग्रामीण क्षेत्रों में सीएचसी, पीएचसी आदि का भी निर्माण करवाया गया है लेकिन बस्ती जनपद के हालात कुछ और ही कहानी बयां कर रहे है.
बस्ती जनपद में एक ऐसा पीएचसी भी है जिसको बने हुए 25 साल हो गए हैं लेकिन यहां पर किसी मरीजो का इलाज अभी तक नहीं हुआ है . इसका कारण है निमार्ण के 25 सालों बाद भी आज तक यहां किसी डॉक्टर की तैनाती ही नहीं की गई. जिससे इलाज कराने मरीज तो आते हैं लेकिन डॉक्टर न होने की वजह से निराश होकर वापस लौट जाते हैं.
25 साल में नहीं मिला पीएचसी को डॉक्टरआपको बता दे की बस्ती जनपद के बहादुरपुर ब्लॉक के पाल्हा में आज से 25 साल पहले एक प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का निमार्ण करवाया गया था. जिससे दूर दराज के ग्रामीणों को बेहतर इलाज मिल सके, लेकिन 25 साल बीत जाने के बाद भी यहां पर आज तक किसी डॉक्टर की तैनाती नहीं हो सकी है, आज के डेट में यह हॉस्पिटल पूरी तरह से जंगल में तब्दील हो चुका है. पीएचसी परिसर में बड़ी बड़ी झाड़ियां उग गई हैं. दूर से देखने में पीएचसी कम भूत बंगला ज्यादा लगता है. यह साथ ही यहां ग्रामीणों अपनी बकरी चराते मिल जाते हैं, करोड़ों रुपए की लागत से बना यह प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र हाथी का सफेद दांत साबित होकर रह गया है.
26 किलोमीटर दूर बस्ती मुख्यालय जाना है लोगों की मजबूरीस्थानीय ग्रामीण राजेश यादव ने बताया कि डॉक्टरों की उपस्थिति के लिए कई बार उच्च अधिकारियों को अवगत कराया गया. लेकिन आज तक किसी भी डॉक्टर की बहाली यहां नहीं किया गया, मजबूरन हम लोगों को इलाज कराने के लिए यहां से 26 किलोमीटर दूर बस्ती मुख्यालय जाना पड़ता है.वहीं एक और स्थानीय प्रहलाद ने बताया की अस्पताल में कभी कभार ही कोई आता है, यहां न तो दवा मिल पाती है और न ही कोई इलाज.
.Tags: Basti news, Local18, Uttar Pradesh News HindiFIRST PUBLISHED : August 29, 2023, 16:23 IST
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