मुकेश राजपूत/बुलंदशहर. भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) के चंद्रयान-3 मिशन के रोवर की चंद्रमा पर सफल लैंडिंग के बाद, बुलंदशहर में खगोलशास्त्रीय लैबों की योजना का ऐलान किया गया है. इस योजना के अंतर्गत, पहले से मौजूद खगोलशास्त्रीय लैबों की संख्या 109 तक बढ़ाई जाएगी और इनमें विभिन्न खगोलशास्त्रीय गतिविधियों का पूरा आयोजन होगा. यह कदम स्थानीय छात्रों को वैज्ञानिक दृष्टिकोण से प्रेरित करने का एक प्रयास है.
बुलंदशहर जिले के विभिन्न परिषदीय स्कूलों में खगोलशास्त्रीय लैबों की स्थापना की जाएगी, जिससे छात्रों को खगोलशास्त्र के महत्वपूर्ण अध्ययन का अवसर मिलेगा. इन लैबों में विभिन्न खगोलशास्त्रीय प्रयोगों के लिए उपकरण और साधन स्थापित किए जाएंगे.
जिला प्रशासन ने तैयार की योजनाजिला प्रशासन ने इस योजना के तहत खगोलशास्त्र के प्रशिक्षित शिक्षकों को प्रशिक्षण देने की योजना भी बनाई है, ताकि वे छात्रों को उनकी अध्ययन सामग्री और प्रयोगों के साथ महत्वपूर्ण खगोलशास्त्रीय अवश्यकताओं की समझ सकें.
खगोलशास्त्रियों के नाम होगा लैबों का नामडीएम चंद्र प्रकाश सिंह ने इस महत्वपूर्ण कदम को आगे बढ़ाने के लिए लोगों से खगोलशास्त्रीय लैबों की स्थापना में भागीदारी की आग्रह किया है. उन्होंने बताया कि इन लैबों का शुभारंभ उन्हीं व्यक्तियों के नाम पर किया जाएगा, जिन्होंने खगोलशास्त्र में अपना योगदान दिया है. इसके साथ ही, इन लैबों का विस्तार करने के लिए अधिक विभिन्न खगोलशास्त्रीय गतिविधियों के लिए नए उपकरण भी प्राप्त किए जाएंगे.
.Tags: Chandrayaan-3, MoonFIRST PUBLISHED : August 26, 2023, 17:09 IST
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