Papaye leaves benefit in dengue: बारिश के इस मौसम में एडीज मच्छर के काटने से होने वाले डेंगू बुखार (dengue fever) के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. इस बीमारी में शरीर के प्लेटलेट्स काउंट (platelets count) कम होने लगते हैं और इसकी संख्या काफी हद तक कम हो जाती है. हालांकि, कुछ फलों की मदद से आप प्लेटलेट्स काउंट बढ़ा (how to increase platelets count) सकते हैं. इनमें से एक है पपीता. ये स्वादिष्ट फल डेंगू के मरीजों के लिए फायदेमंद होता है. प्लेटलेट्स काउंट बढ़ाने के लिए पपीते के साथ-साथ उसकी पत्तियां भी अच्छा काम करती है.
आयुर्वेद में भी पपीते के पत्तों का जूस पीने से मिलने वाले फायदों के बारे में बताया गया है. पपीते की पत्तियां न सिर्फ प्लेटलेट्स काउंट बढ़ाने में मदद करते हैं, बल्कि डेंगू के लक्षणों व खून को स्वस्थ बनाने में मदद करते हैं. आइए जानते हैं कि पपीते की पत्तियों का जूस कैसे बनाते हैं और इसके फायदे क्या-क्या हैं?कैसे बनाएं पपीते के पत्तों का जूस?
सबसे पहले पपीते के 5-6 पत्तों को पानी से साफ कर लें.
अब एक पैन में 1 गिलास पानी डालकर उसमें पपीते के पत्ते डाल लें.
अब पानी को तब तक उबलने दें, जब तक कि वह आधा गिलास नहीं रह जाता.
इसके बाद पानी को छान लें और आपका पपीते के पत्तों का जूस तैयार है.
आप इसे गुनगुना करके डेंगू के मरीज को पीने के लिए दें.
कितनी तेजी से प्लेटलेट्स बढ़ाते हैं पपीते के पत्ते?पीते के पत्ते कितनी तेजी से काम करती हैं, यह व्यक्ति पर निर्भर करता है. हालांकि, एक एक अध्ययन से पता चला है कि पपीते की पत्ते के सेवन के 24 घंटे से भी कम समय में प्लेटलेट काउंट में तेजी से वृद्धि हो सकती है.
पपीते के पत्ते के अन्य फायदे
इम्यूनिटी बूस्टर: पपीते की पत्तियों में एंटीऑक्सीडेंट और अन्य यौगिक होते हैं जो इम्यून सिस्टम को मजबूत करने में मदद कर सकते हैं.
सूजन कम: पपीते की पत्तियों में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो सूजन को कम करने में मदद कर सकते हैं.
पाचन में सुधार: पपीते की पत्तियों में फाइबर होता है, जो पाचन में मदद कर सकता है.
दिल की सेहत: पपीते की पत्तियों में विटामिन सी और एंटीऑक्सीडेंट होते हैं जो दिल की सेहत को बूस्ट करने में मदद कर सकते हैं.
कैंसर से बचाव: पपीते की पत्तियों में ऐसे एंटीऑक्सीडेंट होते हैं जो कैंसर से बचाव करने में मदद कर सकते हैं.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों पर आधारित है. इसे अपनाने से पहले चिकित्सीय सलाह जरूर लें. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)