अमेठी. अमेठी ब्लॉक (Amethi Block) के प्राथमिक विद्यालय वनपुुरवा में तैनात प्रधानाध्यापिका (headmistress) पर दलित छात्रों के साथ जातिगत भेदभाव करने का आरोप लगा है. प्रधानाध्यापिका पर आरोप लगा है कि वो एक विशेष समुदाय के छात्रों के साथ भेदभाव करती हैं. मंगलवार को संग्रामपुर थाने पहुंचे एक दलित परिवार ने शिकायती पत्र देकर कहा कि इस स्कूल में पढ़ने वाले दलित बच्चों को दोपहर में विद्यालय में दिए जाने वाले एमडीएम भोजन के समय अन्य बच्चों से अलग पंक्ति में बैठाया जाता है. भेदभाव की शिकायत करने पर प्रधानाध्यापिका दलित बच्चों की पिटाई भी करती हैं.
संग्रामपुर थाना क्षेत्र के गड़ेरी गांव से दो परिवार ग्राम प्रधान विनय जायसवाल के साथ मंगलवार को थाने पहुंच गए. ग्राम प्रधान के साथ थाने पहुंचे दलित जगनारायण व सोनू का कहना था कि उनके बच्चों के अलावा गांव के कई अन्य दलित परिवारों के बच्चे बनपुरवा में संचालित परिषदीय प्राथमिक स्कूल में पढ़ते हैं. दलित परिवारों ने आरोप लगाया कि विद्यालय की प्रधानाध्यापक कुसुम सोनी दलित बच्चों के साथ भेदभाव करती हैं. दोपहर के भोजन के दौरान दलित बच्चों को सामाजिक व जातीय भेदभाव के तहत अलग पंक्ति में बैठाकर भोजन परोसा जाता है. बच्चों द्वारा इसका विरोध करने या कहीं शिकायत करने पर उनकी पिटाई भी की जाती है.
वहीं ग्राम प्रधान का कहना था कि अभिभावकों की शिकायत पर सोमवार को वो विद्यालय गए तो प्रधनाध्यापक मौजूद नहीं थीं. विद्यालय बंद था और बच्चे घूम रहे थे.
बीएसए ने कही जाच की बात
अमेठी के बेसिक शिक्षा अधिकारी डॉ. अरविंद कुमार पाठक ने बताया कि मामला संज्ञान में आने के बाद पूरे प्रकरण की जांच की जा रही है. आरोप लगाने वाले बच्चों व उनके अभिभावकों के अलावा प्रधानाध्यापक का बयान लिया गया है. जल्द ही पूरे मामले में यथोचित कार्रवाई की जाएगी.
पुलिस को नहीं मिली जानकारी
वहीं संग्रामपुर थाना प्रभारी अंगद सिंह ने बताया कि वे बाहर हैैं. दलित परिवारों के थाने आने की सूचना उन्हें मिली थी, थाने पहुंचकर तहरीर में की गई शिकायत के आधार पर पूरे मामले की जांच कर कार्रवाई की जाएगी.पढ़ें Hindi News ऑनलाइन और देखें Live TV News18 हिंदी की वेबसाइट पर. जानिए देश-विदेश और अपने प्रदेश, बॉलीवुड, खेल जगत, बिज़नेस से जुड़ी News in Hindi.
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