सृजित अवस्थी/पीलीभीत. आजादी का जश्न मनाने के दौरान क्रांतिकारियों से जुड़े तमाम पहलुओं का जिक्र तो ज़रूर आता है. आज हम आपको पीलीभीत के एक ऐसे स्थान के बारे में बताएंगे जो एक समय में क्रांतिकारियों के लिए कर्मभूमि हुआ करता था. लेकिन अब यह स्थान अतिक्रमण की भेंट चढ़ कर रह गया है.
स्वाधीनता संग्राम में उत्तरप्रदेश के पीलीभीत जिले का भी खासा योगदान रहा था. शहीद दामोदरदास हो या फिर रामस्वरूप सब ने अपनी जवानी आजादी के नाम कर दी थी. अगर पीलीभीत शहर की बात की जाए तो यहां भी क्रांतिकारियों से जुड़े तमाम ऐसे स्थान है जिनका इतिहास आजादी से जुड़ा हुआ है. ऐसा ही एक स्थान है शहर की मुख्य बाजार में स्थित रामस्वरूप पार्क है.
इस पार्क में होती थी रैलियां
आजादी की लड़ाई में शामिल रहे पीलीभीत के स्वतंत्रता सेनानी जय सिंह के पुत्र जसवंत सिंह के मुताबिक यह जगह शहर के साहू परिवार से ताल्लुक रखने वाले क्रांतिकारी रामस्वरूप की थी. इस जगह को उन्होंने क्रांतिकारी गतिविधियों व जनता को आंदोलन से जोड़ने के लिए दान दे दिया था. उस दौरान अधिकांश रैलियां, बैठकें इस पार्क में ही की जाती थीं. आजादी के बाद इसे एक स्मारक के तौर पर विकसित कर दिया गया. आजादी के बाद भी तमाम नेताओं ने इस स्थान को रैलियों आदि के लिए इस्तेमाल किया.
अनदेखी की भेंट चढ़ रही विरासत
शहर के बीचों-बीच स्थित क्रांतिकारियों की यादें संजोए हुए यह प्रमुख विरासत चाहे कागज़ों में तो पार्क/स्मारक के तौर पर दर्ज है. लेकिन अब यह स्थानीय प्रशासन की अनदेखी का शिकार हो रही है. पार्क चारों तरफ से बाजार से घिरा है ऐसे में यह अतिक्रमण का शिकार हो गया है. वहीं पार्क के गेट पर भी स्थानीय दुकानदारों ने कब्जा कर रखा है.
.Tags: Independence day, Local18, Pilibhit news, Uttar pradesh newsFIRST PUBLISHED : August 12, 2023, 18:12 IST
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