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संजय यादव/बाराबंकी. उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जिले में सरयू नदी के कहर से करीब 60 गांव जलमग्न हो गए हैं. वहीं गांव में फंसे लोगों की जान माल का खतरा बढ़ गया है. लोग किसी तरह नाव से घरों को खाली कर सुरक्षित स्थानों पर पहुंच रहे हैं जो लोग अभी भी फंसे हुए हैं उन्हें वहां से निकाला जा रहा है. नदी की बाढ़ से गांव हो या विद्यालय सभी पानी की आगोश में आ गए हैं. जिससे बच्चों की पढ़ाई ठप हो गई है तो दूसरी ओर बीमार लोगों को भी दवाइयां मिलना मुश्किल है.बाराबंकी की तहसील सिरौलीगौसपुर क्षेत्र के इटहुआ पूर्व गांव के दो मकान नदी में समा गए. कुछ मकान नदी में कभी भी समा सकते हैं. बृहस्पतिवार को नदी खतरे के निशान से करीब 57 सेंटीमीटर ऊपर बह रही थी. जिससे 60 गांव इसकी चपेट में आ गए. जिससे गांव के परिवार तटबंध की ओर आ रहे हैं. लोग बाहर आने के लिए गांव में नाव का इंतजार कर रहे हैं .तेजी से बढ़ रहा है जलस्तरएडीएम अरुण कुमार सिंह ने बताया बाढ़ से प्रभावित लोगों के लिए भोजन की व्यवस्था प्रशासन ने करनी शुरू कर दी है. परिवारों के लिए भोजन, त्रिपाल के साथ जनरेटर चलाए जा रहे हैं. राजस्व कर्मी तैनात कर दिए गए हैं और 35 से अधिक परिवारो को तटबंध पर पहुंचा दिया गया है.बाढ़ ने मचाई तबाहीबाढ़ प्रभावित लोगों का कहना है नदी तेजी से कटान कर रही है जिसके चलते हम लोगों के कई मकान पानी में समा गए हैं. मकान भी आधा नदी की कटान में समा गया है. पूरे गांव में पानी ही पानी है जो फसलें थी वह भी डूब गई हैं. जिससे हम लोगों को तो दिक्कत है ही पर जानवरों के लिए चारा कहां से लाएंगे क्योंकि सरकार की तरफ से अभी तक कोई मदद नहीं की गई. आसपास के कई गांव नदी में समा गए हैं. किसी भी समय हमारा भी गांव पानी में डूब सकता है हम लोगों को बहुत दिक्कतें हैं..FIRST PUBLISHED : August 11, 2023, 22:39 IST

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