विशाल भटनागर/मेरठ. बदलते दौर के साथ देखने को मिलना है कि युवा तेजी से स्वरोजगार के प्रति भी कदम बढ़ा रहे हैं. कुछ इसी तरह का नजारा मेरठ के किनानगर में भी देखने को मिल रहा है. जहां अजीत नाम के व्यक्ति ने प्राइवेट जॉब छोड़ कर झाड़ू बनाने का स्वरोजगार शुरू किया है. जिसकी बदौलत वह 4 महीने में ही अन्य लोगों को भी रोजगार उपलब्ध कराने में सक्षम हो गए. उन्होंने बताया कि इसके लिए केंद्र सरकार की नीति के तहत उनको स्वरोजगार करने के लिए ऋण भी आसानी से मिला.
अजीत ने लोकल18 से खास बातचीत करते हुए बताया कि वह प्राइवेट सेक्टर में जॉब करते थे. जिससे की उन्हें प्रतिमाह 30,000 रुपए सैलरी मिलती थी. एक दिन उनकी पत्नी के व्हाट्सएप पर समूह की तरफ से मैसेज आया. जिसमें लिखा था केनरा आरसेटी द्वारा झाड़ू बनाने का विशेष प्रशिक्षण दिया जाएगा. जिसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की स्टार्टअप नीति से प्रभावित होकर उन्होंने ही है विशेष प्रशिक्षण प्राप्त किया.
अच्छा रिस्पांस मिल रहावह बताते हैं कि 4 महीने पहले ही उन्होंने अपने इस कारोबार को शुरू किया है. जिसमें उन्हें काफी अच्छा रिस्पांस मिल रहा है. जोकि शायद वह सैलरी से कभी भी नहीं हासिल कर पाते. अब वह ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले अन्य लोगों को भी रोजगार उपलब्ध करा रहे हैं.
पांच तरह की वैरायटी तैयारझाड़ू बनाने के कार्य की बात की जाए तो वह पांच तरह की वैरायटी की झाड़ू को तैयार करते हैं. इसके लिए उन्हें अलग-अलग स्थान से मटेरियल लाना पड़ता है. जिसके बाद उनके परिवार के सदस्य एवं अन्य जो 8 महिलाएं उनके यहां पर कार्य कर रही हैं. वह सभी मटेरियल को एकत्रित करते हुए झाड़ू बनाती हैं. जिसके बाद अजीत मार्केट में उसे सप्लाई करते हैं.
स्टार्टअप शुरू करने वाले युवाओं को मददबताते चलें कि केनरा आरसेटी द्वारा ऐसे ही नए-नए स्टार्टअप नीति के विशेष प्रशिक्षण युवाओं को दिए जाते हैं. जिसके बाद खुद का रोजगार शुरू करने वाले युवाओं को मार्केट के साथ ऋण उपलब्ध कराने में भी मदद की जाती है.
.Tags: Local18, Meerut news, Uttar pradesh newsFIRST PUBLISHED : August 08, 2023, 19:51 IST
Source link