सहारनपुर में चकबंदी अधिकारियों ने बिना सीमांकन किए चक किया आवंटित, प्रशासनिक अधिकारियों ने साधी चुप्पी

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सहारनपुर में चकबंदी अधिकारियों ने बिना सीमांकन किए चक किया आवंटित, प्रशासनिक अधिकारियों ने साधी चुप्पी



निखिल त्यागी/सहारनपुर. जनपद के कई गांवों में इस समय चकबंदी की प्रक्रिया चल रही है. तहसील रामपुर क्षेत्र के गांव हलगोया में भी 6 वर्षों से चकबंदी की प्रक्रिया जारी है. यहां पर चकबंदी अधिकारियों व तहसील प्रशासन ने नियम विरुद्ध चक काट कर किसानों की फसल बर्बाद कर दी है. रामपुर व देवबन्द तहसील के सीमांकन किए बगैर देवबन्द तहसील के गांव की भूमि पर चक आवंटित कर दिए गए.

सहारनपुर जनपद की देवबंद तहसील क्षेत्र के गांव शीतला खेड़ा के किसान एकांत चौधरी ने बताया कि हमारी कृषि भूमि देवबंद तहसील के अंतर्गत नैनसोब मौजे में आती है और चकबंदी की प्रक्रिया रामपुर तहसील के हलगोया गांव में चल रही है. किसान ने आरोप लगाया कि तहसीलदार रामपुर व तहसीलदार देवबंद तथा चकबंदी विभाग के अधिकारियों ने बिना सीमांकन किए नैनसोब मौजे की भूमि में हलगोया किसानों को चक आवंटित कर दिया और बिना किसी पूर्व सूचना के नैनसोब गांव में किसानों की फसलों को जुताई कर नष्ट कर दिया.

क्या है किसानों के आरोप ?किसान एकांत ने आरोप लगाया कि चकबंदी अधिकारियों ने बिना किसानों की सुनवाई के हलगोया गांव की जमीन को नैनसोब गांव के हल्के में दिखा कर ग्राम समाज, बंजर व श्मशान घाट की भूमि सहित किसानों की करीब 80 बीघा जमीन पर भी हलगोया के किसानों के चक काट दिए. किसान ने बताया कि यहां पर देवबंद व रामपुर तहसील क्षेत्र का सीमा विवाद, भूमि विवाद चल रहा है.

कहां करेंगे अब दाह संस्कार ?नैनसोब गांव के ही किसान विपिन ने बताया कि चकबंदी अधिकारियों व तहसील प्रशासन ने नैनसोब मोजे की ग्राम समाज, बंजर व शमशान घाट की भूमि पर चक काट दिए. जबकि यहां मामला सीमा विवाद का चल रहा है. किसान ने कहा कि प्रशासन को पहले दोनों गांवो के बीच सीमा विवाद को सुलझाना चाहिए था. लेकिन तहसील प्रशासन ने किसानों की सुनवाई नहीं की और मनमाने तरीके से चकबंदी की प्रक्रिया में नियम विरुद्ध चक आवंटित करते हुए नैनसोब के किसनो की खड़ी फसल की जुताई कर हलगोया किसानों को कब्जा दिल दिया.किसान का आरोप है कि चकबंदी की प्रक्रिया में अधिकारियों ने नैनसोब गांव की 200 बीघा से ऊपर ग्राम समाज, बंजर व श्मशान घाट की भूमि पर नियम विरुद्ध किसानों के चक काट दिए है. ग्रामीणों ने कहा कि शमशान घाट की भूमि पर प्रशासन द्वारा चक काटने के बाद हमारे सामने मृत्यु उपरांत शव के दाह संस्कार की भी समस्या आन खड़ी हुई है.

प्रशासनिक अधिकारियों ने साधी चुप्पीरामपुर तहसील के गांव हलगोया के किसानो को देवबन्द तहसील के अंतर्गत आने वाले गांव शितलाखेड़ा के नैनसोब मौजे में चकबन्दी अधिकारियों ने नियम विरुद्ध चक आवंटित कर दिए. देवबन्द तहसीलदार व रामपुर तहसीलदार ने इस प्रकरण में कुछ भी जवाब नही दिया. उधर चकबन्दी अधिकारी भी मामले में चुप्पी साधे हुए हैं. अब यह सवाल खड़ा होता है कि सीमा विवाद सुलझाए बिना प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा नैनसोब के किसानों की फसल नष्ट करने की जिम्मेवारी किसकी है. किसानों के नुकसान की भरपाई कौन करेगा.
.Tags: Saharanpur news, Uttar Pradesh News HindiFIRST PUBLISHED : July 30, 2023, 22:11 IST



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