सृजित अवस्थी/पीलीभीत: वैसे तो शारदा नदी हज़ारों गांवों और लाखों लोगों के लिए प्राणदायिनी साबित होती है. लेकिन पीलीभीत का एक इलाका ऐसा भी है जहां शारदा नदी का बढ़ता जलस्तर लोगों के लिए आफत का सबब बन जाता है. मुख्य तौर पर शारदा नदी पीलीभीत जिले के कलीनगर व पूरनपुर तहसील से होकर गुजरती है. दोनों तहसीलों में दर्जनों गांव ऐसे हैं जो शारदा नदी से होने वाले कटान व बाढ़ की जद में आते हैं.
अगर बीते सालों को देखा जाए तो शायद ही कोई ऐसा साल रहा होगा जब इस इलाक़े के तमाम ग्रामीणों का जीवन अस्त व्यस्त न हुआ हो. बाढ़ से प्रभावित प्रमुख इलाकों में गभिया सेहराई, रमनगरा, नौज़ल्हा नं. 1 व 2, चंदिया हजारा, सम्पूर्णानगर, राहुलनगर समेत तकरीबन 80 ग्राम पंचायत शामिल हैं. वैसे तो अधिकारी बाढ़ राहत बचाव कार्य कराए जाने के दावे कर रहे हैं. लेकिन यह दावे धरातल पर कितने मजबूत साबित होते हैं यह वक्त के साथ ही पता चल पाएगा.
2021 में बाढ़ ने मचाई थी तबाहीवैसे तो हर साल ही इस इलाक़े के लोगों को बाढ़ से होने वाली तबाही का सामना करना पड़ता है. लेकिन सन् 2021 में बाढ़ ने ऐसा मंजर दिखाया था कि कई ग्राम पंचायतें एक एक मंज़िल तक जलमग्न हो गई थी. लोगों को अपने घर की छतों पर रहकर अपनी जान बचानी पड़ी थी. वहीं शारदा पार्टी कुछ गांव तो ऐसे भी थे जहां पहुंचना बचाव में लगी टीमों के लिए नामुमकिन था. ऐसे में एयर फ़ोर्स ने हेलीकॉप्टर के ज़रिए ऑपरेशन चलाकर लोगों की जान बचायी थी.
संवेदनशील इलाकों जलस्तर की मॉनिटरिंग जारीबाढ़ बचाव कार्यों पर अधिक जानकारी देते हुए बाढ़ खंड के सहायक अभियंता डीएन शुक्ला ने बताया कि कटान रोकने के लिए संवेदनशील इलाकों में कार्य कराए गए हैं. वहीं बरसात के दौरान नदी के जलस्तर की भी मॉनिटरिंग की जा रही है.
.Tags: Local18, Pilibhit news, Uttar Pradesh News HindiFIRST PUBLISHED : July 15, 2023, 22:05 IST
Source link