Duleep Trophy Final Highlights : भारतीय टीम से एक खिलाड़ी को सेलेक्टर्स ने अचानक बाहर किया. अब वही खिलाड़ी घरेलू क्रिकेट में बल्ले से कमाल दिखा रहा है. ऐसा फैंस का मानना है कि सेलेक्टर्स को उस खिलाड़ी को टीम इंडिया में फिर मौका देना चाहिए.
इस प्लेयर ने मचाया धमालजिस खिलाड़ी का जिक्र हो रहा है, वह कोई और नहीं बल्कि टेस्ट बल्लेबाज हनुमा विहारी (Hanuma Vihari) हैं. हनुमा फिलहाल दलीप ट्रॉफी फाइनल (Duleep Trophy Final-2023) में साउथ जोन टीम से खेल रहे हैं. उन्होंने इस मैच में वेस्ट जोन के खिलाफ अकेले ही गेंदबाजों की क्लास लगाई. हालांकि वेस्ट जोन का पलड़ा भारी रहा. गेंदबाजों के शानदार प्रदर्शन की बदौलत वेस्ट जोन ने बुधवार को दलीप ट्रॉफी फाइनल के पहले दिन साउथ जोन का स्कोर 7 विकेट पर 182 रन करके अपना पलड़ा भारी रखा.
65 ही ओवर का खेल हुआ
वेस्ट जोन ने टॉस जीतकर गेंदबाजी का फैसला किया और उसके बॉलर्स ने आसमान में छाए बादलों का पूरा फायदा उठाया. खराब रोशनी और बारिश के कारण बुधवार को हालांकि 65 ओवर का ही खेल संभव हो सका. केवल कप्तान हनुमा विहारी (130 गेंद में 63 रन) ही साउथ जोन की ओर से टिककर बल्लेबाजी कर पाए. अर्जन नागवसवाला, चिंतन गजा और अतीत सेठ की तेज गेंदबाजी तिकड़ी ने दक्षिण क्षेत्र के बल्लेबाजों को काफी परेशान किया. तीनों ने गेंद से अच्छी मूवमेंट हासिल करते हुए दक्षिण क्षेत्र के ओपनर्स मयंक अग्रवाल (28) और आर समर्थ (7) को खुलकर बल्लेबाजी नहीं करने दी.
3 घंटे तक जमे रहे विहारी
मयंक अग्रवाल ने इस दौरान एक खास उपलब्धि हासिल की और 159 पारियों में 7000 फर्स्ट क्लास रन पूरे करने में कामयाब रहे. अग्रवाल को अतीत सेठ ने तीसरी स्लिप में सरफराज खान को कैच आउट कराया. साउथ जोन के दोनों ओपनर्स 42 रन तक पवेलियन लौट चुके थे. तिलक और विहारी ने इसके बाद पारी को संभाला. दोनों ने तीसरे विकेट के लिए 79 रन जोड़े और लंच तक टीम का स्कोर दो विकेट पर 100 रन तक पहुंचाया. विहारी ने 3 घंटे से अधिक की अपनी पारी के दौरान वेस्ट जोन के गेंदबाजों का डटकर सामना किया. विहारी हालांकि जब अच्छी लय में दिख रहे थे तब स्पिनर शम्स मुलानी की गेंद को विकेटों पर खेल गए. रिकी भुई (9), सचिन बेबी (7) और साई किशोर (5) दोहरे अंक में भी पहुंचने में नाकाम रहे. दिन का खेल खत्म होने पर वाशिंगटन सुंदर 9 जबकि विजयकुमार विशाक 5 रन बनाकर क्रीज पर थे.