पीयूष शर्मा/मुरादाबाद. मुरादाबाद को पूरी दुनिया में पीतल नगरी के नाम से जाना जाता है. यहां के पीतल के उत्पाद विदेश में एक्सपोर्ट किए जाते हैं. तो वहीं वर्तमान में पीतल के कारोबार की स्थिति डाउन होती जा रही है. जिसको देखते हुए ईपीसीएच ने इसे डिवेलप करने और बढ़ाने का निर्णय किया है. भारत से होनेवाले निर्यात का 33% मुरादाबाद से होता है. और यूपी से होनेवाले निर्यात का 60% मुरादाबाद से होता है. वर्तमान परिस्थिति में यह निर्यात घटकर आधा हो गया है. जिसे पटरी पर लाने के लिए ईपीसीएच ने तमाम चीजों को विकसित करने का निर्णय किया है.
ईपीसीएस के महासचिव अवधेश अग्रवाल ने बताया कि हमने जिले के निर्यात को 2030 तक 3 गुना करने का निर्णय किया है, जिसको लेकर तरह-तरह की चीजों में बदलाव किया जाएगा और नया भी किया जाएगा. इसमें सबसे पहले हम लोगों को डिजाइन से अवेयर कराएंगे कि किस प्रकार की डिजाइन मार्केट में आना चाहिए और देना चाहिए. जिससे कि जिन छोटे निर्यातकों को जानकारी होने पर काफी हद तक सहूलियत मिलेगी.
प्रोडक्ट की डिमांड ज्यादा
इसके अलावा क्वॉलिटी को लेकर भी सेमिनार कर लोगों को बताएंगे कि किस प्रकार की क्वॉलिटी रखी जाए. जिससे कि आपका माल बिक सके. इसके बाद मेटल को लेकर भी हम लोगों को जानकारी देंगे कि आप किस प्रकार का मेटल प्रयोग करें. जिससे कि आने वाले समय में आपके प्रोडक्ट की डिमांड ज्यादा हो. इस तरह की तमाम चीजों को विकसित कर निर्यात को बढ़ावा दिया जाएगा.
ये होंगे काम
डिजाइनिंग पर काम होगा, निर्यातकों के लिए डिजाइनिंग को लेकर कार्यशाला होगी, क्वालिटी बेहतर बनाने के लिए विशेषज्ञ द्वारा प्रशिक्षण दिलाया जाएगा, बेहतरीन मटेरियल के लिए निर्यातकों को जानकारी दिलाई जाएगी, बेहतर पैकिंग कराई जाएगी, उत्पाद की मार्केटिंग होगी, नई तकनीक वाली मशीनों से प्रोडक्शन बढ़ाया जाएगा, निर्यातकों की परेशानियां दूर करने को विशेषज्ञों का सहयोग लिया जाएगा, एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल का सहयोग लिया जाएगा आदि कार्य कर निर्यात को बढ़ावा दिया जाएगा.
.Tags: Local18, Moradabad News, UP newsFIRST PUBLISHED : July 08, 2023, 16:05 IST
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