कृष्ण गोपाल द्विवेदी/ बस्ती. बस्ती जनपद में एक बार फिर एक ऐसा मामला सामने आया है जिसने सरकारी दावो की पोल खोल के रख दी है. लोगों के जान जाए तो जाए लेकिन अफसरान हैं कि AC रूम में बैठ कर सिर्फ कागज मेंटेन कर रहे हैं. हम बात कर रहे हैं आवारा पशुओं की, बस्ती जनपद में आवारा पशु का ऐसा आतंक है कि अभी तक आधा दर्जन लोग आवारा पशु का शिकार होकर काल के गाल में समा चुके हैं तो वहीं एक दर्जन लोग गम्भीर रूप से घायल भी हो चुके हैं.
उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ की सरकार आवारा पशुओं के मामले को लेकर काफी गम्भीर है और इसके लिए सरकार द्वारा समय-समय पर समीक्षा भी की जा रही है. लेकिन बस्ती जनपद में जिम्मेदारों ने इसमें भी खेल कर दिया. आलम यह है कि कागजों में आवारा पशुओं की संख्या शून्य दिखा दी गई लेकिन हकीकत कुछ और ही सामने आ रहा है.
आवारा पशु ने ली एक और जान
जनपद के हरैया तहसील के विक्रमजोत ब्लॉक में आवारा पशु का इतना आतंक है की लोग घर से अकेले निकलने में भी डरने लगे हैं. यहां पर सांड ने अभी तक छः ज़िंदगिया निगल लिया है, आपको बता दें कि बीते 16 मई को छावनी थाना क्षेत्र के सेवरालाला गांव में धनराजी नाम की महिला जब अपने बकरी को चराने खेत में गई तो आवारा पशु ने उस पर हमला कर मौत के घाट उतार दिया. 25 मई को हरैया थाना क्षेत्र के मरहरी गांव निवासी जगरनाथ मिश्र, 10 जून को छावनी थाना क्षेत्र के वीरपुर निवासी सायरा देवी, 19 जून को हरैया थाना क्षेत्र के मरहरी निवासी नौगीरानी, इसी दिन इसी थाना क्षेत्र निवासी राम किशोर तो अभी हाल में 20 जून को हरैया थाना क्षेत्र के कुवागांव निवासी अधिकारी देवी ने आवारा पशु के हमले से अपनी जान गवां दी है.
आवारा पशुओं के आतंक से लोगों में भय
स्थानीय चन्द्र प्रकाश यादव ने बताया कि आवारा पशुओं के हमले से आए दिन लोग अपनी जान गवां रहे हैं. जिसको लेकर हम लोगों द्वारा सम्बन्धित अधिकारियों से कई बार शिकायत भी की गई लेकिन जिम्मेदारों द्वारा आवारा पशु को पकड़ने को लेकर कोई कदम नहीं उठाया गया. वहीं मृतिका अधिकारी देवी के नाती मुकेश ने बताया कि मेरी दादी सुबह 5 बजे शौच के लिए जा रही थी तभी रास्ते में खड़े आवारा पशु ने उन पर हमला बोल बुरी तरह घायल कर दिया जिसका आलम यह रहा की जब तक हम लोग उनको हॉस्पिटल लेकर जाते तब तक मेरे दादी ने दम तोड़ दिया.
क्या बोले ज़िम्मेदार
सीडीओ बस्ती राजेश प्रजापति ने बताया कि विक्रमजोत ब्लॉक गोण्डा बस्ती का बॉडर है लिहाज़ा इन पशुओ को गोण्डा जनपद से बस्ती में छोड़ दिया जा रहा है. हालांकि हमला करने वाले सांड को पकड़ कर संरक्षित कर लिया गया है. हमारे द्वारा सभी बीडीओ और संबन्धित सीएचसी पीएचसी के डॉक्टरों की एक टीम भी बनाई गई है जो हमले में घायल व्यक्ति की त्वरित इलाज़ भी कर रहे हैं.
.Tags: Crime News, Hindi news, Local18FIRST PUBLISHED : June 23, 2023, 15:41 IST
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