Virender Sehwag: पूर्व भारतीय सलामी बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग की चीफ सेलेक्टर बनने को लेकर चर्चाएं तेज हैं. इस बीच उन्होंने खुद एक बड़ा खुलासा कर दिया है. उन्होंने बताया है कि चीफ सिलेक्टर पद का ऑफर देने वाली सारी बातें बकवास हैं. ऐसा कुछ भी नहीं हुआ था. बता दें कि इसी साल चेतन शर्मा को टीम से जुड़ी खूफिया बातों का खुलासा करने के आरोप में अपने पद से हाथ धोना पड़ा था. कहानी अभी बाकी हैलाइव टीवी
सहवाग ने किया बड़ा खुलासाभारत के पूर्व क्रिकेटर वीरेंद्र सहवाग ने हालिया खबरों का खंडन करते हुए बताया है कि उन्हें भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड द्वारा चीफ सेलेक्टर के पद के लिए कोई भी ऑफर नहीं दिया गया था. उन्होंने यह बात टाइम्स ऑफ इंडिया की में दिए एक इंटरव्यू में कही है. बता दें कि जी न्यूज के हुए स्टिंग ऑपरेशन के बाद से भारतीय क्रिकेट के चीफ सेलेक्टर का पद खाली है. चेतन शर्मा को तब इस पद से हटा दिया गया था. उनपर आरोप था कि वह टीम सेलेक्शन से जुड़ी कई खुफिया बातों का खुलासा कर रहे थे.
BCCI को चीफ सेलेक्टर की तलाश
चेतन शर्मा के इस पद से हटाए जाने के बाद से ही BCCI इसके लिए सही व्यक्ति ढूंढने की कोशिश में लगी है. तब से पूर्व भारतीय ओपनर शिव सुंदर दास अंतरिम मुख्य चयनकर्ता बनकर जिम्मेदारी निभा रहे हैं. चयनकर्ताओं के पैनल में एस शरत (साउथ), सुब्रतो बनर्जी (सेंट्रल), सलील अनकोला (वेस्ट) मेंबर्स शामिल हैं.
वीरेंद्र सहवाग क्यों नहीं बनेंगे चीफ सेलेक्टर?
बता दें कि BCCI की ओर से हाल ही में एक सेलेक्टर पद के लिए आवदेन खोला गया है और उनके द्वारा तय मानदंडों के आधार पर वीरेंद्र सहवाग पूरी तरह से फिट बैठते हैं. लेकिन कम सैलरी के चलते शायद ही वह इस जिम्मेदारी के लिए तैयार होंगे. बता दें कि सेलेक्टर्स कमिटी के चीफ यानी चीफ सेलेक्टर की सालाना सैलरी एक करोड़ रुपये होती है, जबकि बाकी चार मेंबर्स को 90 लाख रुपये प्रतिमाह मिलता है.