Health News: प्रयागराज के मंडलीय अस्पताल में डॉक्टरों की कमी, साल भर से मरीजों का ‘दिल’ बेहाल

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Health News: प्रयागराज के मंडलीय अस्पताल में डॉक्टरों की कमी, साल भर से मरीजों का 'दिल' बेहाल



अमित सिंह/प्रयागराज. देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू के पिता मोतीलाल नेहरू के नाम से प्रयागराज में मंडलीय हॉस्पिटल बना है. चार जिलों के मरीज यहां पर इलाज करवाने के लिए आते हैं, लेकिन डॉक्टरों की कमी चिंता का सबब बनी है. ऐसे में मरीजों इलाज पूर्णत: नहीं हो पा रहा है. जबकि डॉक्टरों की कमी के कारण मरीजों को दूसरे अस्पताल की ओर रुख करना पड़ रहा है.अस्पताल में डॉक्टरों के 42 पद हैं. खास बात यह है कि वर्तमान में 22 पद खाली हैं. साफ है कि 20 डॉक्टरों के भरोसे मंडलीय अस्पताल चल रहा है. सबसे ज्यादा परेशानी फिजीशियन और सर्जन मामले में है. 2 फिजीशियन और 3 सर्जन से काम चलाया जा रहा है. जिसमें से एक फिजीशियन और एक सर्जन एक महीने बाद सेवानिवृत्त भी हो जाएंगे.डॉक्टरों की कमी से इलाज को तरसते लोगकाल्विन के नाम से मशहूर अस्पताल में प्रयागराज, कौशांबी, चित्रकूट से लोग इलाज करवाने के लिए आते हैं. कई बार ऐसा भी होता है कि ओपीडी में डॉक्टर ही नहीं मिलते, जो डॉक्टर होते हैं उन्हें वीआईपी जेल और पोस्टमार्टम ड्यूटी भी करनी होती है. इसका खामियाजा दूरदराज से आने वाले मरीजों को भुगतना पड़ता है. हमेशा देखा जाता है कि मरीज बिना उपचार के ही लौट जाते हैं.डॉक्टरों की संख्या में बढ़ोतरी होगीजन सूचना अधिकारी डॉक्टर राजेश कुमार ने बताया कि डॉक्टरों के खाली पद भरने के लिए शासन और स्वास्थ्य महानिदेशालय में कुछ दिन पहले ही पत्र भेजा जा चुका है. जल्द ही पद स्वीकृत होने पर डॉक्टरों की संख्या में बढ़ोतरी होगी. उन्होंने आगे बताया कि डॉक्टरों को वीआईपी और जल्दी भेजना उनकी मजबूरी है, जो कि आदेश के साथ किया जाता है.अस्पताल में हृदय रोग विशेषज्ञ ही नहींकाल्विन अस्पताल में साल भर से दिल की बीमारी का इलाज नहीं हो पा रहा है. दरअसल अस्पताल में हृदय रोग विशेषज्ञ ही नहीं है. पिछले वर्ष तक व्यवस्था बनी थी, लेकिन डॉक्टर के ट्रांसफर होने के बाद अब तक यह पद रिक्त है. इसके अलावा स्किन रोग स्पेशलिस्ट के चेंबर में मेडिकल स्टूडेंट मरीजों को देखते हैं. काल्विन अस्पताल में एकमात्र स्किन रोग स्पेशलिस्ट की तैनाती है, लेकिन वह भी आए दिन ओपीडी में मौजूद नहीं रहते.ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी|FIRST PUBLISHED : May 08, 2023, 15:57 IST



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