अमेठी: जनपद में रबी और खरीफ की फसल के साथ-साथ केले की खेती कर किसान प्रगतिशील और आत्मनिर्भर बन रहे हैं. इस खेती में विभाग भी किसानों का सारथी बनकर उन्हें अनुदान दे रहा है. जिले में पिछले वर्ष किसानों ने केले की खेती में एक प्रगतिशील किसान के तौर पर अपनी पहचान बनाई है.इस वर्ष भी केले की खेती के लिए आवेदन शुरू हो गए हैं. उद्यान विभाग के साथ किसी भी जन सुविधा केंद्र पर आप अपने प्रमाण पत्र के साथ केले की खेती के लिए आवेदन कर सकते हैं. बता दें कि केले की खेती के लिए किसानों को अपने आधार कार्ड, पहचान पत्र, बैंक पासबुक और खतौनी के साथ जिला उद्यान कार्यालय पहुंचकर आवेदन करना होगा.जिले में प्रतिवर्ष केले की खेती करने का लक्ष्य निर्धारित किया जाता है. इस वर्ष अभी लक्ष्य निर्धारित नहीं किया गया. लेकिन केले की खेती करने के लिए आवेदन की प्रक्रिया शुरू हो गई है. जिला उद्यान कार्यालय के साथ-साथ प्रत्येक जन सुविधा केंद्र पर केले की खेती के लिए आवेदन प्रक्रिया और काउंटर खोल दिए गए हैं. कोई भी किसान खेती करने के लिए आवेदन कर सकता है.नियत में थोड़ा बदलाव कियासहायक उद्यान निरीक्षक प्रमोद कुमार यादव ने कहा कि केले की खेती के लिए किसानों का पंजीकरण किया जाता है. इसके बाद उन्हें काइन डीबीटी के माध्यम से पौधे उपलब्ध कराए जाते थे. लेकिन देरी की वजह से इस बार नियम में बदलाव किया गया है. जनपद का लक्ष्य नहीं आया है, लेकिन आवेदन की प्रक्रिया को शुरू कर दिया गया है. साथ ही लक्ष्य के अनुसार किसानों को 30 हजार 738 रुपए प्रथम वर्ष में साथ ही द्वितीय वर्ष में 10 हजार 247 रुपए अनुदान स्वीकृत किया जाएगा. किसान लगातार प्रोत्साहित हो रहे हैं. हमारे जनपद में केले के क्षेत्र में इजाफा हो रहा है. किसानों का रुझान इस तरफ ज्यादा है.ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी|FIRST PUBLISHED : April 20, 2023, 20:27 IST
Source link