शिवहरि दीक्षितहरदोई. जीवों पर दया करें वह भी हमारे संसार का एक हिस्सा हैं, फिर चाहे वह कोई भी जीव क्यों ना हो. ऐसे ही एक युवा की कहानी है जो कि 12 वर्ष की उम्र से सांपों का रेस्क्यू कर उन्हें आवासीय स्थानों से प्राकृतिक स्थानों पर छोड़ते हैं साथ ही घायल सांपों का इलाज भी करते हैं.
हरदोई शहर से 5 किलोमीटर की दूरी पर स्थित गांव कोर्रिया के एक छोटे से मजरे में रहने वाले डॉ. शैलेन्द्र सरस 12 वर्ष की उम्र से ही सांपों से प्रेम कर रहे हैं और उनका रेस्क्यू कर रहे हैं. साथ अगर कोई सांप किसी तरह से घायल हो जाता है या अस्वस्थ अवस्था मे मिलता है तो ऐसे सांपों को वह अपने साथ कुछ दिनों तक रख कर उसका इलाज भी करते हैं. तथा पूरी तरह से ठीक हो जाने पर उन्हें निर्जन स्थान जैसे जंगल आदि में छोड़ देते हैं. डॉ. शैलेश के अंदर अन्य प्रतिभाएं भी समाहित हैं. जैसे समाज हित मे होने वाले कार्य चाहें वह ब्लड डोनेशन हो या फिर कोई अन्य.
12 वर्ष की उम्र से जागा सांपों के प्रति प्रेमडॉ. शैलेन्द्र सरस बताते हैं कि जब वह 12 वर्ष की उम्र के थे तो उनके गांव में कहीं सांप सांप निकल आया. जिसे उन्होंने भाले से भोंक कर मार दिया मगर उसी स्थान पर एक और सांप निकल आया. जो उस मृत सांप के पास से नहीं हट रहा था. जिसके बाद उन्होंने उसकी भावनाओं को महसूस कर यह निश्चय किया कि आज के बाद कभी भी वह सांप नहीं मारेंगे. बल्कि उनका संरक्षण करेंगे और तब से आज तक वह हजारों सांपों का रेस्क्यू कर चुके हैं.
सांपों का ऐसे रखते हैं खयालडॉ. शैलेन्द्र सरस घायल व अस्वस्थ सांपों का रेस्क्यू कर उन्हें अपने पास कुछ समय के लिए रखते हैं. ताकि उनका बेहतर तरीके से इलाज कर सके और जब वह पूर्ण रूप से स्वस्थ हो जाते हैं. तो उन्हें निर्जन जगहों पर छोड़ देते हैं ताकि वह फिर से अपनी दुनिया मे जी सकें, वहीं सांपों के खाने पीने से लेकर उनके नहलाने तक का रखते हैं ख्याल.
उनके इस काम मे आती हैं कई दिक्कतेंडॉ. शैलेन्द्र सरस बताते हैं कि उनके इस काम मे तमाम दिक्कंते आती हैं. जैसे कि वह पहले सांपों को संरक्षित कर उनका इलाज करते थे और उन्हें अपने साथ महीनों तक रखते थे. मगर अब उनकी कई लोगों के द्वारा शिकायतें की गईं. जिसकी वजह से वह अब इन सांपों को कुछ दिनों के लिए ही रखते हैं और उनका इलाज करते हैं.
ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी|Tags: Hardoi, Uttar pradesh newsFIRST PUBLISHED : April 11, 2023, 12:58 IST
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