धर्म-कर्म: भद्रा के साया में रहेगी इस बार संकष्टि चतुर्थी, जानिए पूजा-विधि से लेकर शुभ मुहूर्त

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धर्म-कर्म: भद्रा के साया में रहेगी इस बार संकष्टि चतुर्थी, जानिए पूजा-विधि से लेकर शुभ मुहूर्त



रिपोर्ट- सर्वेश श्रीवास्तव/अयोध्या. हिंदू पंचांग के मुताबिक बैशाख माह की कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को विकट संकष्टी चतुर्थी मनाया जाता है. इस दिन भगवान गणेश के एकदंत के रूप में पूजा आराधना की जाती है. धार्मिक मान्यता के मुताबिक समस्त कष्टों को हरने वाली यह चतुर्थी मानी जाती है. इतना ही नहीं तरह-तरह के संकट से छुटकारा पाने के लिए सनातन धर्म में बिकट संकष्टि चतुर्थी पर भगवान श्री गणेश और चतुर्थी देवी की उपासना भी की जाती है. संकष्टि का व्रत करने से बल बुद्धि और विवेक की वृद्धि होती है. संकष्टि का व्रत करने से कोई काम में विघ्न बाधा नहीं उत्पन्न होती, तो चलिए जानते हैं बिकट संकष्टी चतुर्थी का शुभ मुहूर्त और पूजा विधि.

ज्योतिषाचार्य पंडित कल्कि राम के मुताबिक बिकट संकष्टी चतुर्थी का व्रत 9 अप्रैल को रखा जाएगा. इस दिन भगवान गणेश के साथ सूर्य और चंद्र देव की उपासना की जाती है. 9 अप्रैल को सुबह 9:35 से शुरू होकर 10 अप्रैल को सुबह 8:35 पर संकष्टी चतुर्थी का व्रत रखा जा सकता है. इतना ही नहीं संकष्टी चतुर्थी के दिन ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक भद्रा का भी साया रहेगा भद्रा की शुरुआत 8 अप्रैल को रात 9:56 पर शुरू होगी और 9 अप्रैल सुबह 9:35 पर इसका समापन होगा. हालांकि भद्रा में मांगलिक कार्य नहीं किए जाते है.

जानिए क्या है धार्मिक महत्व?विकट संकष्टि चतुर्थी पर विधि विधान पूर्वक भगवान गणेश और चतुर्थी माता की पूजा आराधना करने से संतान पर आने वाले समस्त कष्ट दूर होते हैं. वैवाहिक जीवन में तनाव खत्म होता है बल बुद्धि और आत्मविश्वास में वृद्धि होती है. घर में कारोबार की वृद्धि होती है समस्याओं से मुक्ति मिलती है. तो वहीं रुके हुए मांगलिक कार्य संपन्न होते हैं.

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जानिए पूजा-विधिसंकष्टी चतुर्थी के दिन ब्रह्म मुहूर्त में स्नान ध्यान करना चाहिए घर के ईशान कोण पर एक चौकी पर भगवान गणेश की मूर्ति स्थापित करें इसके अलावा व्रत का संकल्प लें . गणपति बप्पा को अक्षत फूल दूर्वा घास लड्डू बांध रूप इत्यादि अर्पित करें. इसके बाद ओम गण गणपतए नमः मंत्र का जप करें ऐसा करने से जीवन में आए समस्त बाधाएं समाप्त होती हैं.

नोट- यहां दी गई जानकारी ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक हैं. न्यूज़ एटिन इसकी पुष्टि नहीं करता है.
ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी|Tags: Ayodhya News, Uttar pradesh newsFIRST PUBLISHED : April 08, 2023, 17:03 IST



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