रिपोर्ट : विशाल झागाज़ियाबाद : ग्रेजुएट एप्टीट्यूड टेस्ट इन इंजीनियरिंग (GATE) परीक्षा की गिनती इंजीनियरिंग की सबसे कठिन परीक्षाओं में होती है. इस परीक्षा में अच्छे अंक लाने के लिए परीक्षार्थी कई वर्षों का अंतराल लेते हैं, कुछ अपनी मौजूदा नौकरी तक छोड़ कर इस परीक्षा के लिए तैयारी करते हैं.
लेकिन गाजियाबाद के एकेजी इंजीनियरिंग कॉलेज के बीटेक फाइनल ईयर में पढ़ने वाले 22 वर्षीय अक्षत अग्रवाल ने इस कठिन परीक्षा को सिर्फ सेल्फ स्टडीके जरिए ही क्वालीफाई किया. उन्होंने न केवल इस परीक्षा को क्वालीफाई किया बल्कि ऑल इंडिया रैंक में 28वीं रैंक लाकर अन्य छात्रों के समक्ष एक मिसाल पेश किया है.
सेल्फ स्टडी से तैयारी कर गेट की परीक्षा में पाई सफलताहालांकि अक्षित के लिए यह सफर आसान नहीं था. अक्षत के गेट एग्जाम का सेंटर गाज़याबाद के आरडी इंजीनियरिंग कॉलेज में था. उस वक़्तगेट एग्जाम के सर्वर डाउन होने के कारण सभी छात्रों को 3 घंटे रुकना पड़ा था. इस बीच खुद को शांत करने के लिए अक्षत अपनी आंखें बंद करके गहरी सांस ले रहें थे. इस बार परीक्षा का पैटर्न भी पिछली बार की परीक्षाओं से काफी अलग और कठिन था.
अपने टाइम टेबल में स्थिरता काफी जरूरीअक्षत ने News 18 Local से बात करते हुए बताया कि सबसे ज्यादा जरूरी है स्थिरता. मैंने इस एक साल की तैयारी में सिर्फ 4 दिन की छुट्टी की और वो भी इसलिए क्योंकि मैं बीमार पड़ गया था. किसी भी परीक्षा के वक़्त सबसे जरूरी है आप कोचिंग के चक्कर में मत पड़िए. आप उस एग्जाम का सिलेबस अच्छे से समझ लीजिए, उसके बाद आप किताबें खरीदीए या अच्छी किताबों के बारे में किसी टॉपर्स या फैकेल्टी मेंबर से पूछ लीजिए. उसके बाद सिलेबस के अकॉर्डिंग किताबों से पढ़ लीजिए. अगर आप किताबों से संतुष्ट नहीं है तो आप यूट्यूब वगैरह पर भी वीडियो के माध्यम से पढ़ सकते हैं. इसके अलावा ऑनलाइन मॉक टेस्ट में हिस्सा लेकर अपनी तैयारियों के बारे में भी आपको अंदाजा हो जाएगा.
सोशल मीडिया से किया था खुद को दूरअक्षत को शुरू से ही कंस्ट्रक्शन का शौक रहा है. बचपन में वो खिलौने भी ऐसे ही चुनते थे, जिसमें कुछ जोड़कर बनाया जा सके. परीक्षा के वक़्त डिस्ट्रेक्शन पर सवाल पूछने पर उन्होंने कहा कि आजकल बच्चों का सोशल मीडिया सबसे बड़ा डिस्ट्रेक्शन है. इसलिए मैं सोशल मीडिया से दूर रहा था उस बीच जब मैं तैयारी कर रहा था. उस वक़्त मैंने खुद को एक सेड्यूल दिया हुआ था. जिसमें मैं सुबह उठकर वर्कआउट करता था. उसके बाद मैं लाइब्रेरी चला जाता था और फिर घर आकर खाना खाकर रात 10:00 बजे ही सो जाता था.
भारत में बुर्ज खलीफा बनाने का सपनाबुर्ज खलीफा (Burj Khalifa ) दुबई (Dubai) में स्थित दुनिया की सबसे ऊंची इमारत है. बुर्ज खलीफा करीब 6 साल में 8 अरब डॉलर की लागत से बनाई गई थी. यह करीब 820 मीटर ऊंची और 163 मंजिला की इमारत है. देश विदेश के लोग इसको देखने के लिए आते हैं. बेहतरीन इंजीनियरिंग की बात करते हुए अक्षत ने बुर्ज खलीफा को अपना फेवरेट मॉडल बताया. उन्होंने बोला कि मेरा सपना है भारत में भी ऐसा स्ट्रक्चर तैयार करने का. जिससे हमारे देश का मान बढ़े.
मां-पिता ने किया सपोर्टअक्षत ने बताया कि सबसे ज्यादा मुझे सहयोग मेरे मां-बाप ने दिया. जब भी मैं डिप्रेश हो जाता था तो उन्होंने मेरी मदद की. अगर मेरे टेस्ट सीरीज में अच्छे नंबर नहीं आते थे फिर भी मेरे मां-बाप मुझे सपोर्ट करते तो कहते थे कि बेटा तेरा हो जाएगा. इसके अलावा सॉयल मैकेनिक के फैकेल्टी मेंबर प्रियांक सर ने भी अक्षत को काफी सपोर्ट किया उनके लिए कॉलेज में एक अनुकूल माहौल बनाया.
ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी|Tags: Ghaziabad News, Uttar pradesh newsFIRST PUBLISHED : April 03, 2023, 19:29 IST
Source link