रिपोर्ट:-धीरेन्द्र शुक्ला
चित्रकूट: चित्रकूट में लघु उद्योग ने धूम मचा रखी है. ऐसी ही चित्रकूट की रहने वाली एक महिला हैं जिसने पुरुषों के क्षेत्र में कदम रखते हुए खुद को एक मुकाम पर पहुंचा लिया है. आज उनकी चर्चा एक सफल लघु उद्यमी के रुप में हो रही है. हम बात कर रहे हैं रीता त्रिपाठी की जो लघु उद्योग व्यापारी के रूप में जिले में विशिष्ट पहचान बनायी है. जिसने मसाला फैक्ट्री डालकर इलाके के महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के साथ ही अन्य महिलाओं के लिये प्रेरणास्रोत बन गयी.
रीता त्रिपाठी की मसाला फैक्ट्री से दर्जनों लोग अपने परिवार का पेट पालन कर रहे हैं. मसाले की धूम इस पीरजादा हुई उस महिला को फैक्ट्री का आकार और मशीनों का प्रकार बढ़ाना कि डेढ़ लाख की शुरुआत से की गई फैक्ट्री आज ढाई करोड़ की लागत पर आकर खड़ी हो चुकी है. अभी भी इस फैक्ट्री में वर्करों की संख्या 20 से 25 है. फैक्ट्री में सभी वर्करों में 1 पुरुष मात्र है, बकाया सभी महिलाएं हैं.
महिला का आत्म विश्वास कैसे बढ़ा जाने
रीता त्रिपाठी ने बताया कि वो अकेले घर में रहा करती थी. जिसके बाद मेरे मन में बात आई कि मुझे भी कुछ करना चाहिए. तो मैंने अपने पति से व्यवसाय को लेकर बातचीत किया और पति ने हमारा साथ दिया. जिसके बाद हमने कर्ज लेकर अपना व्यवसाय शुरू किया.आज हम अपने व्यवसाय में सफल हो गए और अब अपने व्यवसाय को हम विदेशों में बढ़ाने के लिए लगातार लोगों से मुलाकात चल रही है.
जल्द ही विदेशों में हमारा प्रिया मसाला ब्रांड की धूम वहां भी होगी. हमारे कार्य कारखाना में सिर्फ महिलाओं को वरीयता दी जाती है. यहां पर सिर्फ महिलाएं ही काम कर सकती है, पुरषो को वरीयता नहीं दी गई है. इसका सबसे बड़ा कारण यह है कि महिलाओं को अपने पैरों में खड़ा होने के लिए हम यहां से मजबूती देते हैं और महिलाएं यहां से रोजगार पाती है जिससे वह अपना परिवार भरण-पोषण स्वयं भी कर सकें. हमारे यहां 20-25 महिलाएं लगातार काम कर रही हैं जो कि अपने आप को मजबूत समझ रही हैं.
महिला कर्मचारी के बयान
फैक्ट्री में महिला कर्मचारी रीता देवी के मुताबिक हम लोग यहां से 5 से 10 हजार रुपये हर महीने कमाते हैं. जिससे हम अपनी मजबूती तो कर ही रहे हैं साथ ही हम लोगों ने अपना घर भी बना लिया है. कई वर्षों से लगातार हम यहां काम कर रहे हैं और यह फैक्ट्री में सबसे बड़ी बात यह है कि यहां सिर्फ महिलाओं को ही मौका मिलता है.
हम लोग काफी लगन से काम करते हैं साथ ही यहां पर काम करने के साथ-साथ अनुभव और भी बढ़ता जा रहा है. जिससे कहीं जाने का मन भी नहीं करता है. हमारे घर के पास है जिससे हम लोगों को आराम भी है ज्यादा दूर भी नहीं जाना पड़ता है और यहां पर जो भी हम लोग प्रोडक्ट बनाते हैं पूरे तरीके से देसी प्रोडक्ट बनाकर तैयार करते है. जो कि किसी को नुकसानदायक बिल्कुल भी नहीं है.
ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी|Tags: Chitrakoot News, Uttarpradesh newsFIRST PUBLISHED : March 19, 2023, 12:46 IST
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