The fragrance of the rose of saharanpur is smelling in many states of the country

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The fragrance of the rose of saharanpur is smelling in many states of the country



रिपोर्ट – निखिल त्यागी

सहारनपुर : फूलों की खेती भी फायदे का सौदा साबित हो रही है. किसान विभिन्न प्रकार के फूलों की खेती कर अपनी आमदनी बढा रहे हैं. पॉली हाउस के जरिये या अन्य प्रकार से फूल के पौधे लगाकर प्रतिदिन बाजार में बेचे जा रहे हैं. अब जनपद के गुलाब देश के अन्य राज्यों में अपनी महक से सुगन्ध फैला रहा है.

बंगाल व पडोसी राज्य उत्तराखंड में सहारनपुर का गुलाब का फूल काफी पसंद किया जा रहा है. आम और वुडकार्विंग के लिए प्रसिद्ध सहारनपुर अब गुलाब के लिए भी पहचान बना रहा है. जनपद के दर्जनों गांव फूल की खेती कर अपना व जिले का नाम प्रसिद्ध कर रहे हैं.

दुनिया भर में प्रसिद्ध वुडकार्विग उद्योग के साथ ही अब जनपद का गुलाब भी देश के कई राज्यों में अपनी महक फैला रहा है. पडौसी राज्य उत्तराखंड व पश्चिम बंगाल तक गुलाब के पौधे की मांग में लगातार वृद्धि हो रही हैं.

जनपद में करीब एक दर्जन गांवों में काफी संख्या में नर्सरियों में गुलाब के पौधों को तैयार किया जा रहा है. जहां से फिर मांग के हिसाब से इन पौधों को अन्य राज्यो में भेज जाता है. इससे नर्सरी संचालक को काफी मुनाफा तो हो ही रहा है, साथ ही इसकी वजह से देश के अन्य राज्यो में सहारनपुर का नाम भी चमक रहा है.

गुलाब की ओर बढ़ रहा है किसानों का रुझान

अब सहारनपुर के गुलाब के पौधों ने भी कई राज्यों में धूम मचा रखी है. वर्तमान में शहर के समीपवर्ती गांव ज्ञानगढ, बिशनपुर, खुब्बनपुर, हसनपुर सहित कई गांवों में सैंकड़ो बीघा क्षेत्रफल में किसान गुलाब के पौधों की नर्सरी तैयार कर रहे हैं.

गन्ने व अन्य परम्परागत खेती में बढती लागत और घटती आय के कारण किसानों का रूझान गुलाब की खेती की ओर देखने को मिला है. एक बीघा खेत मे गुलाब के 10 हजार पौधे तैयार हो जाते हैं. किसान प्रति पौधा 10 रूपए तक बिक्री कर देता है. इस लिहाज से किसानों को एक लाख रू प्रति बीघा तक आमदनी आसानी से हो जाती है.

गुलाब के पौधों की ये प्रजाति की जाती हैं नर्सरी में तैयार

जिला उद्यान अधिकारी अरुण कुमार ने बताया कि जनपद में गुलाब की सुपर रेड, गोल्डन जैफ, सुपर स्टार, केयरलेस, ब्लू मून, केशव फायर, आइसबर्ग, रंजना, पारसले व विल्गो आदि प्रजाति के गुलाब के पौधों को तैयार किये जाता है. उन्होंने बताया कि इन पौधों को पंजाब, कर्नाटक, हिमाचल, चंडीगढ, मध्यप्रदेश आदि राज्यों में बहुत मांग की जा रही है.

इस कारण विभिन्न राज्यों से बढ़ती मांग के अनुरूप जनपद में गुलाब की खेती का क्षेत्रफल भी लगातार बढता जा रहा है. अरुण कुमार ने बताया कि अच्छी किस्म के पौधों के कारण किसानों की आमदनी भी बढ़ रही है. जिला उद्यान अधिकारी अरुण कुमार ने बताया कि जनपद में करीब 50 हेक्टेयर जमीन में गुलाब की नर्सरी लगाई गई है.

उन्होंने बताया कि करीब 30 प्रकार की प्रजाति के गुलाब की पौध हमारे किसान भाई नर्सरी में तैयार कर रहे हैं. जहां से प्रति बीघा करीब 5 हजार गुलाब के पौधे तैयार हो जाते हैं. उन्होंने बताया कि सहारनपुर के गुलाब की मांग सबसे अधिक कोलकाता, बैंगलूर औऱ हैदराबाद में है. यहां की नर्सरी से गुलाब के पौधों को मांग के अनुसार सप्लाई किया जाता है.
ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी|Tags: Saharanpur news, Uttarpradesh newsFIRST PUBLISHED : March 09, 2023, 19:37 IST



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