Ayodhya is writing new history every moment leaving behind decades of read special report

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Ayodhya is writing new history every moment leaving behind decades of read special report



सर्वेश श्रीवास्तव

अयोध्या. उत्तर प्रदेश के अयोध्या का नाम लेते ही जेहन में मठ-मंदिरों की खूबसूरत तस्वीरें आती हैं. कहते हैं अयोध्या के कण-कण में भगवान राम का वास है. ऐसे में अयोध्या को सजाने और संवारने का बीड़ा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उठाया है. अयोध्या में इन दिनों विकास की कई योजनाएं संचालित है. लेकिन, संवरती अयोध्या के पीछे कई ऐतिहासिक धरोहर इतिहास के पन्ने में दर्ज हो रहे हैं. ऐसा इसलिए कहा जा रहा है क्योंकि अयोध्या में सड़कों का चौड़ीकरण किया जा रहा है.

अयोध्या में सबसे लंबे राम पथ का तेजी से निर्माण किया जा रहा है. सआदतगंज से लेकर नया घाट तक बनाये जा रहे इस राम पथ में सैकड़ों वर्ष पुराने लगभग 50 से ज्यादा मठ व मंदिर अस्तित्वविहीन हो गए हैं, यानी उन सभी की पौराणिकता अब इतिहास के पन्नों में दर्ज हो गयी है.

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नई अयोध्या को बनाने के लिए पुरानी अयोध्या के अस्तित्व पर खतरा मंडरा रहा है. चाहे वो 400 पुराने सिंह द्वार हो या फिर सैकड़ों वर्ष पुराना फूलपुर मंदिर हो. इन सभी का अस्तित्व अब इतिहास के पन्नों में सिमट कर रह गया है. यहां आने वाले श्रद्धालु भी अयोध्या की इस तस्वीर को देखकर विचलित हो जाते हैं. उनके मन में एक सवाल उठता है कि अब अयोध्या पहले जैसी नहीं दिखेगी. हालांकि कुछ लोग तो गली और चौराहे को भी भूल जाते हैं. व्यापारी समाज से लेकर स्थानीय लोगों में एक खौफ है. नई अयोध्या बसाने के लिए पुरानी अयोध्या की प्राचीण चीजों को समाप्त किया जा रहा है.

वहीं, उच्च अधिकारियों की मानें तो पुरानी चीजों को जीवंत रखने का प्रयास किया जाएगा. लेकिन, अभी की तस्वीरें कुछ और कहती है.

मठ और मंदिर जमींदोज़ किए जा रहे

हनुमानगढ़ी के महंत राजू दास कहते हैं कि अयोध्या के सर्वांगीण विकास को लेकर हमलोग कुछ भी सहने के लिए तैयार हैं, क्योंकि पिछली सरकारों में अयोध्या उपेक्षित थी. वर्तमान सरकार में अयोध्या में हजारों करोड़ों रुपए की विकास परियोजनाएं चल रही हैं. उन्होंने कहा कि अयोध्या के राम पथ चौड़ीकरण में सैकड़ों वर्षों से बनी इमारतें, मठ-मंदिर जमींदोज़ किये जा रहे हैं. लखोरी ईट का पत्थर का निर्माण कार्य 300 वर्ष पूर्व हुआ था. इसने हमारे सनातन को समेटा था.

अयोध्या भी कोई पौराणिक जगह

राजू दास ने कहा कि अयोध्या की जो प्राचीन संस्कृति है, जो प्राचीन वैभव है इससे पता चलता है कि यह कोई पौराणिक जगह है. उसको समाहित कर के अयोध्या चल रही थी. लेकिन इस दुर्भाग्य के लिये मैं सरकार को दोष नहीं दूंगा. हालांकि, सरकार के कर्मचारी को पूर्णतया दोष दूंगा. हमलोग लगातार राष्ट्र और सनातन संस्कृति की बात करते चले आ रहे हैं. उसकी आवाज बुलंद करते आ रहे हैं. नया घाट से लेकर अयोध्या वीरान सी पड़ी है. लोगों के चेहरे पर उदासीनता देखने से अपार कष्ट होता है. आत्मा दुखी हो जाती है.

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को चाहिए कि अयोध्या की प्राचीनता और खूबसूरती को लेकर जो अधिकारी हीलाहवाली कर रहे हैं, पैसे खा रहे हैं, घूसखोरी कर रहे हैं उनके विरुद्ध कार्रवाई करें. यह सब बंद होना चाहिए और अयोध्या की प्राचीनता को बने रहने देना चाहिए.
ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी|Tags: Ayodhya News, Ayodhya ram mandir, Ayodhya Ram Temple, CM Yogi Adityanath, Up news in hindiFIRST PUBLISHED : February 24, 2023, 19:35 IST



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