Acidity Connection With Headache: एसिड रिफ्लक्स एक भयानक समस्या है. यह तब होती है जब पेट का एसिड ग्रासनली में वापस अपना रास्ता बनाने लगता है. जिससे मचली होना, आपकी छाती में जलन और भोजन के पुनरुत्थान का कारण बन सकता है. वहीं कुछ लोगों को एसिडिटी या एसिड रिफ्लक्स के दौरान सिरदर्द होने की भी गंभीर समस्या होती है. आइये जानते हैं इन दोनों के बीच क्या संबंध है और इससे कैसे छुटकारा पाया जा सकता है.
क्या एसिडिटी के कारण सिरदर्द होता है?कई लोगों को एसिडिटी होने के साथ सिरदर्द की शिकायत होती है. यानी यह माइग्रेन से जुड़ी एक स्थिति होती है. यह आंत-मस्तिष्क अक्ष के कारण होता है. जी हां, आपको बता दें, आंत और मस्तिष्क के बीच एक संबंध होता है. कई अध्ययनों ने गैस्ट्रोओसोफेगल रिफ्लक्स रोग और सिरदर्द के बीच एक मजबूत कड़ी की पहचान बताई है.
दरअसल, एसिड रिफ्लक्स तब होता है जब पेट का एसिड अन्नप्रणाली में वापस चला जाता है, इसके बाद (regurgitation) और सीने में जलन महसूस होने लगती है. यह एक क्षणिक या कभी-कभी लगातार स्थिति भी बन जाती है. अब ऐसे में कुछ लोगों को एसिड रिफ्लक्स के साथ सिरदर्द या माइग्रेन का अनुभव हो सकता है. एक अध्ययन के अनुसार, जो लोग माइग्रेन से पीड़ित होते हैं उन्हें एसिड रिफ्लक्स होने का खतरा अधिक होता है.
एसिडिटी को ठीक करने के टिप्स-
1. कोशिश करें कि रात के समय मसालेदार, फैटी या फिर भारी भोजन न करें.
2. आहार से ऐसिडिटी को बढ़ाने वाले भोजन से बिल्कुल दूरी बना लें. इससे आपको सिरदर्द की समस्या भी हो सकती है.
3. धूम्रपान और शराब का सेवन कम करें या फिर बंद ही कर दें.
4. रात का भोजन जल्दी करें, ताकि भोजन अच्छे से पच सके. यानी शाम 7-8 बजे तक आप भोजन कर लें. कई बार खाना खाने के तुरंत बाद लेटने के कारण एसिड रिफ्लक्स का कारण बन जाता है. जल्दी खाना खाकर 2 से 3 घंटे बाद लेटने से सिरदर्द में आराम मिलेगा.
5. अन्य बीमारियों में खाने वाली दवाओं के लिए अपने डॉक्टर से संपर्क करें, जो लक्षणों को बढ़ा सकती है.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों पर आधारित है. इसे अपनाने से पहले चिकित्सीय सलाह जरूर लें. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
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