Brain Stroke Symptoms: ब्रेन स्ट्रोक एक मेडिकल इमरजेंसी है और इसके लिए जितनी जल्दी उपचार शुरू किया जाए उतना ही अच्छा रहा है ताकि दिमाग को डैमेज होने और अन्य कॉम्प्लिकेशन को कम किया जा सकता है.ब्रेन स्ट्रोक दो तरह के होते हैं- इस्केमिक स्ट्रोक और हेमरेज स्ट्रोक. इस्केमिक स्ट्रोक तब होता है जब दिमाग के हिस्से में खून की आपूर्ति बाधित या कम हो जाती है. इसके कारण दिमाग के टिशू को ऑक्सीजन और पोषक तत्व नहीं मिल पाते और ये कुछ ही मिनटों में मरने लगती हैं. वहीं, ब्लड वेसेल्स में रिसाव या फटने की स्थिति को हेमरेज स्ट्रोक कहते हैं. इसके कारण आप विकलांग हो सकते हैं या आपकी मौत हो सकती है. स्ट्रोक पड़ना डरावना हो सकता है और इसके लक्षणों को जानना बेहद जरूर है.
ब्रेन स्ट्रोक के हल्के और ना समझ में आने वाले हो सकते है, जिससे गलत डायग्नोस और विनाशकारी लॉन्ग टर्म परिणाम हो सकते हैं. कई हेल्थ एक्सपर्ट बताते हैं कि ब्रेन स्ट्रोक पड़ने से कुछ दिनों या हफ्तों पहले चक्कर (जो अचानक गिरने का कारण बन सकता है) आ सकते हैं. इसे इग्नोर नहीं करना चाहिए और तुरंत डॉक्टर को दिखाना चाहिए.
ब्रेन स्ट्रोक के अन्य लक्षणचक्कर आने के अलावा स्ट्रोक के अन्य महत्वपूर्ण लक्षण हैं:
हाथों, पैरों या पैरों सहित शरीर के एक हिस्से में कमजोरी या लकवा होना
बोलने में कठिनाई या जो बोलना चाहते हैं वो भूल जाना
अचानक और तेज सिरदर्द
कमजोर आंखें
मेमॉरी लॉस
ब्रेन स्ट्रोक के रिस्क फैक्टर
अधिक वजन या मोटापा
शारीरिक रूप से एक्टिव नहीं रहना
ज्यादा शराब पीना
कोकीन और मेथामफेटामाइन जैसे ड्रग्स का उपयोग
हाई ब्लड प्रेशर
सिगरेट पीना या पैसिव स्मोकिंग
हाई कोलेस्ट्रॉल
डायबिटीज
दिल की बीमारी, हार्ट फेलियर, हार्ट इन्फेक्शन या अनियमित हार्ट रेट
स्ट्रोक का पारिवारिक इतिहास
कोविड संक्रमण
इन सबसे के अलावा, युवाओं की तुलना में 55 या उससे अधिक उम्र के लोगों में स्ट्रोक का खतरा अधिक होता है. वहीं, महिलाओं की तुलना में पुरुषों में स्ट्रोक का खतरा अधिक होता है.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों पर आधारित है. इसे अपनाने से पहले चिकित्सीय सलाह जरूर लें. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
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